बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा शनिवार को उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नंदी हॉल में जाकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया और नंदी के कान में अपनी मनोकामना बताई। इसके पश्चात, उन्होंने भगवान महाकाल का पूजन एवं अभिषेक किया। मीडिया से संवाद के दौरान गोविंदा ने अपनी जिंदगी के कठिन समय का अनुभव साझा किया, जिसमें उन्हें गोली लगने की घटना भी शामिल है। उन्होंने अपने बचने की अद्भुत कहानी सुनाई, जिसमें उन्होंने बताया कि उस समय वह बैठे हुए थे और बंदूक उन्हें फाइल पर रखी थी, तभी अचानक वह फिसल गई और गोली चल गई। अद्भुत संयोग था कि गोली उनकी पिंडली से होते हुए घुटने में अटक गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होने से बच गए। उन्होंने कहा कि यह सब भगवान की कृपा थी, जिसने उन्हें उस मरणासन्न स्थिति से उबारा।
गोविंदा ने आगे कहा कि उस दिन की घटना उनके लिए एक बड़ा सबक बन गई। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई बार ऐसी खतरनाक स्थितियों का सामना किया, जहाँ वह ऊँची इमारत से गिरकर भी मर सकते थे, लेकिन ईश्वर की कृपा से हर बार वह सुरक्षित लौटे। यह अनुभव उनके जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है, और उन्होंने इस अनुभव को साझा करने का उद्देश्य दूसरों को प्रेरित करना बताया।
इसके बाद, गोविंदा उज्जैन में चेटीचंड पर्व के उत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। वह रविवार को इस पर्व के भव्य जुलूस का भी हिस्सा बनने वाले हैं। गोविंदा के मंदिर में आने की खबर सुनते ही उनके प्रशंसकों की एक बड़ी भीड़ उमड़ पड़ी। वह लगभग 20 मिनट तक मंदिर में रहे, जहाँ उन्होंने केवल भगवान महाकाल के दर्शन ही नहीं किए, बल्कि अन्य मंदिरों में जाकर भी आशीर्वाद प्राप्त किया। गोविंदा के भगवान महाकाल के प्रति अटूट श्रद्धा है, और उन्होंने पहले भी कई बार इस पवित्र स्थान का दौरा किया है। उनकी पत्नी और बेटी भी इस पवित्र स्थान के दर्शन कर चुकी हैं, जिससे ये स्पष्ट होता है कि उनके इस धार्मिक स्थान के प्रति गहरा जुड़ाव है।
अंत में, गोविंदा ने अपने बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि वे हमेशा अपने माता-पिता की सेवा में जुड़े रहें। उनकी बातों में यह स्पष्ट था कि परिवार और संबंधों का महत्व उनके लिए कितना बड़ा है। इस सन्देश के माध्यम से उन्होंने हर युवा को प्रेरित करने की कोशिश की कि वे अपने परिवार की कद्र करें और उनकी सेवा में लगे रहें। गोविंदा ने इस संदेश को श्रद्धा के साथ साझा किया, ताकि हर परिवार में प्रेम और एकजुटता का माहौल बना रहे।