परमीश वर्मा का डिजिटल डेब्यू: ऑस्ट्रेलिया में भेदभाव, क्यों कनाडा पसंद है पंजाबी?

पंजाबी फिल्म और संगीत उद्योग के प्रसिद्ध सिंगर, अभिनेता और निर्देशक परमीश वर्मा ने हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपनी नई क्राइम-थ्रिलर सीरीज ‘कनेडा’ से डेब्यू किया है। यह वेब सीरीज जियो हॉटस्टार पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। ‘कनेडा’ की टीम में परमीश वर्मा के साथ-साथ जैस्मीन बाजवा और आदार मलिक भी शामिल हैं। इस सीरीज के प्रमोशन के दौरान, इन कलाकारों ने दैनिक भास्कर के साथ एक विशेष बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपने अनुभव साझा किए।

इस बातचीत में जैस्मीन बाजवा ने बताया कि उनके लिए इस सीरीज का हिस्सा बनना एक बहुत ही भावनात्मक यात्रा थी। वह हरलीन का किरदार निभा रही हैं, जो उनके दिल के काफी करीब है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब एक संवेदनशील विषय पर काम करने का मौका मिलता है, तो वह एक बड़ा उपहार होता है। वहीं परमीश वर्मा ने ‘कनेडा’ को अपनी जिंदगी का एक स्कूल बताया और कहा कि इस सीरीज में उन्होंने जो कुछ सीखा है, वह हमेशा उनके साथ रहेगा। आदार मलिक ने बताया कि यह प्रोजेक्ट उनके लिए बहुत खास है, क्योंकि इसकी कहानी उन लोगों के जीवन को दर्शाती है जो अमेरिका से कनाडा में बस गए हैं। उन्होंने कहा कि स्क्रिप्ट में ऐसी बातें हैं जिनसे वह खुद को संबंधित कर सकते हैं।

इस बातचीत में जब उन्हें उनके किरदारों से निकलने की मुश्किल का सवाल पूछा गया, तो जैस्मीन ने साझा किया कि उन्हें पहले से ही समझ में नहीं आता था कि लोग किरदार की तैयारी में महीनों क्यों लगाते हैं। लेकिन इस सीरीज में काम करते वक्त उन्होंने महसूस किया कि ऐसा करना कितना महत्वपूर्ण होता है। परमीश ने निम्मा के किरदार को चुनौती बताया और कहा कि उसकी जीवन यात्रा में उतार-चढ़ाव को जीते हुए उन्होंने कई सबक सीखे हैं। आदार ने भी कहा कि किरदार निभाते वक्त वह उसमें पूरी तरह खो जाते हैं और यही कारण है कि कुछ अनुभव उनके साथ हमेशा रहते हैं।

इस बातचीत में जब इस सीरीज की चुनौतियों के बारे में पूछा गया, तो जैस्मीन ने कहा कि उनके किरदार को निभाते वक्त सबसे बड़ा चैलेंज यह था कि वह किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं। परमीश ने उल्लेख किया कि उन्होंने इस सीरीज के लिए दाढ़ी कटवाई, जिससे उनके प्रशंसक नाराज भी हुए, लेकिन वह विश्वास के साथ कह रहे थे कि जब लोग इस सीरीज को देखेंगे, तो वे खुश होंगे।

पंजाबी लोगों के कनाडा से जुड़े प्रेम के बारे में बात करते हुए, परमीश ने कहा कि कनाडा में पंजाबी समुदाय का होना वहां रहने वाले अन्य समुदायों की तरह है। उन्होंने बताया कि भारतीय लोग मेहनती होते हैं और बेहतर अवसरों की तलाश में विदेश जाते हैं। जैस्मीन ने कहा कि कनाडा को ‘दूसरा पंजाब’ कहा जाता है, क्योंकि वहां पंजाबी लोग अच्छे अवसरों की खोज में जाते हैं और समय के साथ पंजाब में अपनी सीख को लागू कर रहे हैं।

इस पूरी बातचीत में पंजाब की संगीत इंडस्ट्री के बारे में भी चर्चा की गई। परमीश ने कहा कि पंजाब के गीत हमेशा से जमीन से जुड़े होते हैं और पंजाबी संस्कृति की खुशबू बिखेरते हैं। उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के साथ अपने अनुभव साझा किए और बताया कि उन्होंने सिद्धू के पहले म्यूजिक वीडियो का निर्देशन किया था। उनके साथ जुड़े यादों को लेकर परमीश ने कहा कि सिद्धू एक विनम्र इंसान थे और उनका म्यूजिक हमेशा एक नई शैली लेकर आया था।