उत्तर प्रदेश के दस जिलों में आज बारिश का चेतावनी जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, यहां हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में गरज और चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि 22 मार्च तक यह मौसम बना रह सकता है। वाराणसी में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मौसम वैज्ञानिक, मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त हवाएँ एक बार फिर मौसम में परिवर्तन ला रही हैं। गुरुवार से अगले तीन दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा, जिसमें दक्षिणी पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश होगी। इसके परिणामस्वरूप तापमान में मामूली गिरावट भी हो सकती है।
अगले कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान इस प्रकार है: 20 मार्च को तेज बारिश होने की आशंका है, जिसके साथ हवा की गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। 21 मार्च को हल्की बारिश संभव है, जिसमें हवाओं का वेग 30 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगा। और 22 मार्च को पश्चिम के कुछ जिलों में बारिश की संभावना है, जिसमें हवाएँ लगभग 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।
पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में कहीं भी significant बारिश नहीं हुई है, और इस दौरान बांदा सबसे गर्म शहर साबित हुआ, जहाँ तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। वहीं कानपुर ने सबसे ठंडी रात का रिकॉर्ड बनाया है, जहाँ न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम के यह उतार-चढ़ाव किसान और आम जनता दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर कृषि आधारित गतिविधियों पर इसका सीधा असर पड़ता है।
इस परिवर्तनशील मौसम के चलते, स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग ने नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर, जिन क्षेत्रों में तेज हवा और बारिश की संभावना है, वहाँ जनजीवन प्रभावित हो सकता है। लोग अपने कार्यों और योजनाओं को इस मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार समायोजित करें ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
मौसम की यह स्थिति न केवल उत्तर प्रदेश के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मौसमी चक्र में आने वाले परिवर्तनों को दर्शाती है। मौसम की इस अस्थिरता का प्रभाव जल्द ही अन्य क्षेत्रों में भी पड़ सकता है, जिससे सभी को तैयार रहना आवश्यक है।