सिगरेट छोड़ो या जुर्माना भरो: 32 लोग पकड़े गए तंबाकू के खिलाफ अभियान में!

अमृतसर| पंजाब सरकार ने “युद्ध नशों के विरुद्ध” अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान के अंतर्गत डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाही की। टीम ने 32 व्यक्तियों के चालान किए, जिनमें 25 दुकान मालिक और 7 ऐसे लोग शामिल हैं, जो सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करते पकड़े गए।

विभाग द्वारा विकसित इस अभियान का मुख्य उद्देश्य तंबाकू उत्पादों के उपयोग को रोकना और उनके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब जांच की, तो बिना पिक्टोरियल वार्निंग वाले इंपोर्टेड सिगरेट, वेप और ई-सिगरेट को मौके पर जब्त कर नष्ट कर दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि पंजाब सरकार तंबाकू पर नियंत्रण के प्रति कितनी गंभीर है और इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

कर्मियों में शामिल प्रमुख सदस्य जिला एमईआईओ अमरदीप सिंह, डॉ. शबनमदीप कौर, और एसआई परमजीत सिंह एक्टिवली अभियान में शामिल रहे। टीम ने सर्कुलर रोड, मजीठा रोड, गोपाल नगर और बटाला रोड जैसे प्रमुख क्षेत्रों में दुकानों की जांच की। इन स्थानों पर भारी संख्या में दुकानदारों को जागरूक किया गया और धूम्रपान के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया गया।

यह अभियान केवल चालान काटने तक सीमित नहीं है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य स्थानीय लोगों को नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित करना भी है। इसके तहत कई सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें तंबाकू के खतरों के बारे में जानकारी दी जाएगी और पास के नशा मुक्ति केंद्रों की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।

खास बात यह है कि इस प्रकार के अभियान न केवल तंबाकू के उपयोग को सीमित करने में मदद करेंगे, बल्कि इसे समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का भी प्रयास किया जा रहा है। पंजाब सरकार की यह पहल नशे के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसके सफल कार्यान्वयन से समाज में स्वास्थ और खुशहाली की दिशा में प्रगति होगी।