सहारनपुर में कोहराम: BJP नेता बना ‘राक्षस’, परिवार के निर्मम हत्याकांड से कस्बा सहमा!

सहारा में 22 मार्च को एक चौंकाने वाली दुर्घटना सामने आई जहां BJP नेता योगेश रोहिल्ला ने अपनी पत्नी नेहा और तीन बच्चों की हत्या कर दी। योगेश ने इस घटना के पीछे का कारण बताया कि उसकी पत्नी का एक युवक के साथ अवैध संबंध था। उसने कहा कि उसने हर संभव प्रयास किया लेकिन वह अपनी पत्नी को सही रास्ते पर लाने में विफल रहा। इसके विपरीत, नेहा की बहन रीना का कहना है कि योगेश ही असली समस्या था। वह अपनी पत्नी पर लगातार शक करता था और मारपीट करता था। इस घटना के बाद गांव के लोगों का गुस्सा योगेश पर फूटा है। ग्रामीणों का मानना है कि योगेश की मानसिक स्थिति से ज्यादा उसकी करतूतों का असर इस हादसे पर पड़ा है।

गांव के दृश्य अत्यंत दुखद थे, हर किसी के चेहरे पर भय और दुख का मिला-जुला भाव था। जब दैनिक भास्कर की टीम ने गांव में इस घटना पर लोगों की राय जानने का प्रयास किया, तो अधिकांश लोग योगेश के खिलाफ बोलने में हिचकिचा रहे थे, क्योंकि वे उससे डरते थे। एक ग्रामीण ने कहा कि योगेश ने न केवल अपने परिवार को बर्बाद किया बल्कि गांव के अन्य लोगों के लिए भी जोखिम पैदा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दिन के समय योगेश ने अपनी पत्नी पर कई बार हमला किया था, और जब उसका चचेरा भाई हस्तक्षेप करने आया, तो योगेश ने उसे कमरे में बंद कर दिया।

घटना के बारे में जानने के बाद, सभी के मन में एक ही सवाल था – यह सब कैसे हुआ? रिपोर्ट में यह स्पष्ट होता है कि योगेश ने अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या करने से पहले अपने मन में एक योजना बना ली थी। घटना के दिन उसने अपनी बेटी श्रद्धा को पहले निशाना बनाया और फिर बाकी परिवार के सदस्यों को मार डाला। एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि योगेश के व्यवहार में बहुत ही अनैतिकता थी और उसने एक ऐसा माहौल बना दिया था जिसके कारण पूरी घटना घटित हुई।

नेहा की बहनों ने दावा किया कि योगेश एक मानसिक रोगी होने का दिखावा कर रहा है ताकि उसे सजा से बचने का एक रास्ता मिल सके। उन्होंने बताया कि योगेश ने कई बार अपनी पत्नी पर झूठे आरोप लगाए और उसे मानसिक तौर पर परेशान किया। इस पूरे मामले में यह बात भी सामने आई कि योगेश के माता-पिता और बहन ने भी पहले जहर खाकर आत्महत्या की थी, जिसमें योगेश का हाथ बताया गया था। ग्रामीणों के अनुसार, यह सब उसके चरित्र में कमी का परिणाम है।

गंगोह कोतवाली के प्रभारी पीयूष दीक्षित ने भी इस मामले पर अपनी बात रखी और कहा कि योगेश ने जानबूझकर यह हत्या की और यह कोई मानसिक बीमारी का मामला नहीं है। उन्होंने बताया कि योगेश एक आदतन अपराधी है और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने का वादा किया। इस घटना ने न केवल योगेश के परिवार को, बल्कि पूरे गांव को झकझोर दिया है, और आशा की जा रही है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।

इस घटना ने पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे घरेलू Violence और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। लोग योगेश के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और उसकी सजा की प्रतीक्षा कर रहे हैं।