अबोहर: शादीशुदा भांजी को मौसी ने बेचा, नशीली कोल्ड ड्रिंक से किया अपहरण, एक गिरफ्तार!

अबोहर पुलिस ने मानव तस्करी से जुड़ी एक गंभीर घटना का पर्दाफाश किया है, जिसमें एक महिला को उसकी मौसी द्वारा बेचा गया। मामले में पीड़िता की पहचान अभी तक गोपनीय रखी गई है। उल्लेखनीय है कि पीड़िता की शादी लगभग सात साल पहले पीलीबंगा के रहने वाले जसविंदर के साथ हुई थी और उनके दो बच्चे भी हैं। घरेलू झगड़े के कारण वह छह महीने पहले अपने मायके अबोहर लौट आई थीं। थाना प्रभारी मनिंदर सिंह ने बताया कि इस मामले में छह संदिग्धों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है, जिसमें मानव तस्करी से संबंधित कानून शामिल है।

पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता की मौसी, मनप्रीत कौर, उसे अपने साथ किन्नू तोड़ने का काम दिलाने के बहाने ले गई थी। उसने बताया कि लगभग एक महीने पहले उसे एक पार्टी में ले जाने के लिए कहा गया था, जिसमें मनदीप कौर नामक महिला भी शामिल थी। पार्टी के बहाने पीड़िता को कोल्ड ड्रिंक में नशीली वस्तु पिलाई गई, जिससे वह बेसुध हो गई। जब उसे होश आया, तो पता चला कि उसे उसकी मौसी ने राजस्थान के बारकलां निवासी एक व्यक्ति, पुखराज, को बेच दिया है।

पीड़िता ने वहां से भागने की कई बार कोशिश की, लेकिन मौसी और अन्य आरोपियों ने उसे धमकाकर रोक लिया। उसने बताया कि पुखराज के पास रहते हुए वह उसके साथ जबरन संबंध बनाने के लिए मजबूर की गई। परेशान होकर, उसने अपने पति से वॉट्सऐप पर संपर्क साधा और उन्हें अपनी पूरी स्थिति बताई। इसके बाद उसके पति मौके पर पहुंचे और उसे बचाकर ले गए।

अबोहर पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए मौसी मनप्रीत कौर, मनदीप कौर, पुखराज और अन्य चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस की टीम ने रतन नाम के एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया है। उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए पुलिस ने मामले की गहन छानबीन शुरू कर दी है और बाकी के फरार आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

इस शर्मनाक घटना ने मानव तस्करी के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर कर दिया है, जहां खास तौर पर महिलाओं को ऐसे तंत्रों का शिकार बनाया जा रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों की जानकारी होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें, ताकि ऐसे घिनौने अपराधों को रोका जा सके। सरकार और स्थानीय संगठनों को भी इस दिशा में जागरूकता फैलाने और पीड़ितों को सहायता देने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।