झज्जर : बीएड छात्राओं ने दिया सामाजिक बुराइयों से दूर रहने का संदेश
झज्जर, 17 अप्रैल (हि.स.)। वैश्य आर्य शिक्षण महिला महाविद्यालय बहादुरगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के जरिए लोगों को समाज में व्याप्त कुरीतियों और बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह, नशा, लैंगिक भेदभाव, भ्रूण हत्या, भ्रष्टाचार आदि के प्रति जागरूक करना था। शिविर की शुरुआत प्रातःकाल योगाभ्यास व मास पीटी से हुई, जिसमें स्वयंसेविकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। शिविर में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वक्ता समाजसेवी सत्येंद्र दहिया रहे। उन्होंने भावी अध्यापिकाओं को संबोधित करते हुए कहा समाज में बदलाव की शुरुआत हम सभी को अपने घर और आसपास से करनी होगी। जब युवा आगे आएंगे, तभी बुराइयों का अंत संभव है। हमें दहेज, नशा और भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि किस प्रकार जागरूकता और साहस के साथ समाज को बदला जा सकता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे केवल शिक्षा प्राप्त करने तक सीमित न रहें, बल्कि समाज को बेहतर बनाने के लिए भी कार्य करें।इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. आशा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज की युवा पीढ़ी ही वह शक्ति है, जो समाज से अंधविश्वास और कुप्रथाओं को समाप्त कर सकती है। इस प्रकार के शिविर स्वयंसेविकाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जागृत करते हैं। “सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध” जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। प्राचार्या डॉ. आशा शर्मा व एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ अन्नू शर्मा ने टीम के साथ हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली का उद्देश्य समाज में फैली कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह, नशा, भ्रूण हत्या, महिला अत्याचार आदि के प्रति लोगों को जागरूक करना था। हरियाणवी बोली के लेखक व गायक कलाकार राममेहर लोहान जी ने भावी अध्यापिकाओं अध्यापिकाओं के समक्ष अपने भजनों के द्वारा देशभक्ति का प्रचार किया। यूएसए से आई हुई अदिति गर्ग जो कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में कार्यरत है एवं आध्या ने रियूजेबल सैनेटरी पैड के बारे में बताया। शिविर मेें सामाजिक बुराइयों पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विभिन्न टीमों ने भाग लिया भावी अध्यापिकाओं ने अपने अभिनय के माध्यम से इन समस्याओं के कारण, प्रभाव और समाधान को अत्यंत सजीव रूप से प्रस्तुत किया। नुक्कड़ नाटक प्रस्तुति में प्रथम स्थान ग्रुप 2 से स्तुति, निशा, मानसू और द्वितीय स्थान ग्रुप 1 से अंजू, मुस्कान, साक्षी, शिवांगी आर्य को मिला।
—————