वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड के गठन को सर्वसम्मति से मंजूरी

वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड के गठन को सर्वसम्मति से मंजूरी

जयपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। प्रदेश में पिछली गहलाेत सरकार के समय अस्तित्व में आए वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड के गठन को राजस्थान सरकार ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक्स पर पाेस्ट लिखकर दी।

उन्हाेंने लिखा कि राजस्थान सरकार द्वारा आज प्रदेश में वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड के गठन को सर्वसम्मति से मंजूरी प्रदान कर दी गई है।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह महत्वपूर्ण पहल हमारी प्राचीन वैदिक परंपराओं और मूल्यों के संरक्षण एवं प्रसार में निर्णायक भूमिका निभाएगी। इस बोर्ड के माध्यम से नई पीढ़ी को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया जा सकेगा, जिससे उनमें राष्ट्रीय और सामाजिक चेतना का विकास होगा।

इस बोर्ड द्वारा छात्रों को साइंस और योग के संबंध का ज्ञान दिया

जाएगा। साथ ही वैदिक रिति रिवाज एवं संस्कार आधारित शिक्षा दी जाएगी। वैदिक

शिक्षा भारत की सबसे प्राचीन शिक्षा व्यवस्था है। भारत में अतीत से ही

वैदिक शिक्षा का प्रचलन था। पहले वैदिक शिक्षा गुरुकुल में हुआ करती थी।

यहां छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ संगीत, राजनीति, ज्योतिष, खगोल आदि के

बारे में भी जानकारी दी जाती थी।

—————