लखनऊ में एक लैब टेक्नीशियन नैमिष जोशी की मौत ने शहर में हलचल मचा दी है। उनके परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत के पीछे उनके दोस्तों का हाथ हो सकता है। नैमिष की मौत से कुछ घंटे पहले उनकी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल पर बातचीत हुई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि वह 1.20 लाख रुपये के कर्ज में डूबे हुए हैं। गर्लफ्रेंड ने उन्हें स्थिति को घर पर बताने की सलाह दी, लेकिन नैमिष इसको लेकर असमंजस में थे। घटना की रात नैमिष ने अपने दोस्त हीरा के साथ बालागंज में चाय भी पी थी। इसके बाद जब नैमिष अज्ञात कारणों से लापता हो गए, तो उनके परिजनों ने उनके दोस्तों को ही संदेह के कटघरे में खड़ा किया।
हत्या की इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने कई पहलुओं से जांच शुरू की है, जैसे कर्ज, ब्लैकमेलिंग और सट्टेबाजी। खुद उनके ताऊ सुरेश ब्रह्मचारी ने बताया कि एक अप्रैल की रात नैमिष बाहर निकले थे और चाय पीने के बाद अगले दिन हीरा और अन्य दोस्तों के साथ घर पहुंचे। इसी दौरान उन दोस्तों ने उनकी स्कूटी के आलमबाग में होने की जानकारी दी। पुलिस ने जब उन्हें सर्च करने के लिए कहा, तो बाद में गोमती नदी के किनारे नैमिष का शव मिला, जबकि उनका सामान गुमशुदा था।
नैमिष के पिता महेश जोशी ने बताया कि उनकी गर्लफ्रेंड ने उन्हें फोन पर सूचित किया था कि नैमिष कर्ज से परेशान था और उसकी मानसिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उसने नैमिष को समझाने की बहुत कोशिश की थी लेकिन वह असमंजस में था। उनकी गर्लफ्रेंड ने कानपुर से आने की भी बात की थी, लेकिन जब वह लखनऊ पहुंची तो बिना नैमिष के परिवार से मिले वापस लौट गई। उनके परिवार का कहना है कि यदि नैमिष पर इतना बड़ा कर्ज होता, तो उसे देने वाले लोग पहले ही घर आकर स्थिति स्पष्ट करते।
पुलिस ने बताया कि नैमिष के ऊपर 8 दोस्तों का लाखों रुपये का कर्ज है, और उनकी मौत का कारण इसी कर्ज से जुड़ा हो सकता है। इंस्पेक्टर दिलेश सिंह ने बताया कि नैमिष ने एक अप्रैल की शाम घर से काम के लिए स्कूटी निकाली थी। जब उन्होंने अपने भाई उमेश को फोन किया तो बताया कि वह काम खत्म करके वापस लौट आएंगे। उसके बाद उनका फोन बंद हो गया और परिवार ने उनकी तलाश शुरू की। पुलिस सभी दोस्तों के बयान ले रही है, और इस संदर्भ के हर पहलू की गहन जांच की जा रही है।
इस मामले में कर्ज के साथ-साथ नैमिष के दोस्तों की भूमिका पर ध्यान दिया जा रहा है। क्या यह ब्लैकमेलिंग का शिकार हुए थे, या फिर सट्टे में हार की वजह से इस स्थिति का सामना करना पड़ा? पुलिस को इन सभी बिंदुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि मामले की गहराई में जाकर सच्चाई का पता लगाया जा सके। उनके परिवार को न्याय की उम्मीद है और वे चाहते हैं कि सच सामने आए।