गर्मी का मौसम अब अपने चरम पर पहुंचने लगा है। हाल ही में राजस्थान और गुजरात ने भीषण गर्मी के रेड अलर्ट का सामना किया है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश में भी तापमान की स्थिति काफी खराब हो गई है, जहां सभी शहरों में इस सीजन का सबसे गर्म दिन देखा गया। यहां 23 जिलों का पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया, जबकि 5 जिलों में लू का प्रकोप देखने को मिला। इनमें नर्मदापुरम, रतलाम, गुना, सागर और मंडला शामिल हैं। सबसे अधिक तापमान नर्मदापुरम में 44.3 डिग्री सेल्सियस और रतलाम में 44 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, नर्मदापुरम सोमवार को देश के पांचवें और रतलाम नौवें सबसे गर्म शहर की सूची में शामिल हुए। राजस्थान के बाड़मेर ने भीषण गर्मी का अनुभव किया है, जहां लगातार दूसरे दिन तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस बना रहा। ग्वालियर में भी स्थिति भयावह है, जहां दिन का तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह पहली बार है जब इस सीजन में इस प्रकार का तापमान दर्ज किया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि अप्रैल के पहले सप्ताह में इतनी अधिक गर्मी का अनुभव पिछले तीन वर्षों में पहली बार हो रहा है। पिछले वर्ष, 7 अप्रैल को अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस साल 1 अप्रैल को तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस था, जो अब 5.1 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है। न्यूनतम तापमान भी 20.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो गर्मी की स्थिति को और बढ़ा रहा है।
भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 5 दिनों तक दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के 21 शहरों में लू चलने की संभावना है। मध्य प्रदेश में अगले 2 से 3 दिनों तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इस बिच, कुछ राहत के संकेत कश्मीर और हिमाचल की ओर से आ रहे हैं, जहां बर्फबारी के आसार जताए जा रहे हैं।
गर्मी के इस प्रकोप के मद्देनजर, नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने, धूप में निकलने से बचने, और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी जा रही है। कहीं-कहीं पर गर्मी से निपटने के लिए आवश्यक उपायों को अपनाने की आवश्यकता है। इस स्थिति में सभी को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि इस गर्मी की लहर से सुरक्षित रहा जा सके।