बैसाखी पर दरबार साहिब पहुंचे लाखों श्रद्धालु, सीएम मान ने पटियाला में टेका माथा
चंडीगढ़, 13 अप्रैल (हि.स.)। खालसा साजना दिवस एवं बैसाखी के अवसर पर रविवार को अमृतसर स्थित दरबार साहिब में लाखों की संख्या में श्रद्धालु नतमस्तक हुए। यहां श्रद्धालुओं ने अमृत सरोवर में डुबकी लगाई और सिख नव वर्ष और खालसा पंथ की स्थापना के उपलक्ष्य में प्रार्थना की। 13 अप्रैल 1699 को दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।
दरबार साहिब में आज सुबह से ही श्रद्धालु कतारों में पहुंचे। दिन भर यहां धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बैसाखी के अवसर पर अमृत सरोवर में स्नान के महत्व को देखते हुए आज विदेशों में रहने वाले पंजाबी समुदाय के लोग भी दरबार साहिब पहुंचे हुए थे।
इसी दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी पत्नी के साथ पटियाला स्थित गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब में नतमस्तक होकर प्रदेशवासियों की पूर्ण नम्रता और समर्पण भाव से सेवा करने के लिए ईश्वर से आशीर्वाद मांगा। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में अरदास करते हुए जाति, रंग, नस्ल और धर्म से ऊपर उठकर सभी नागरिकों की सेवा करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई ताकि एक सौहार्दपूर्ण समाज की स्थापना की जा सके। भगवंत सिंह मान ने वाहे गुरु का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें पंजाब की जनता की आकांक्षाओं को पूरी ईमानदारी, समर्पण और निष्ठा के साथ पूरा करने की सेवा का अवसर मिला है, जो उनके लिए एक सौभाग्य है।
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