पूरन के छक्के से फैन घायल, पोस्टर लेकर पहुंचे सपा कार्यकर्ता बोले- थैंक्यू अखिलेश!

IPL के 26वें मैच का आयोजन लखनऊ के प्रसिद्ध इकाना स्टेडियम में हुआ, जहां घरेलू टीम लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) ने गुजरात टाइटंस (GT) को 6 विकेट से पराजित कर दिया। इस रोमांचक मुकाबले को देखने के लिए दर्शकों की काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा हुई। इसके बीच, कई फैंस अपने पसंदीदा भोजपुरी और बॉलीवुड गानों पर नाचते-गाते दिखे। मैच में LSG के निकोलस पूरन द्वारा लगाए गए छक्के ने एक प्रशंसक को चोटिल कर दिया, और उसे फौरन एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। हालांकि, अधिकांश दर्शकों का कहना था कि पूरन के छक्के देखने के बाद उनके टिकट का मूल्य पूरी तरह से वसूल हो गया।

मैच में उत्सुकता का अद्भुत माहौल देखने को मिला। दर्शकों ने मोबाइल की फ्लैश लाइट्स जलाकर लखनऊ की टीम का उत्साह बढ़ाया और चीयर्स करते हुए उन्हें सपोर्ट किया। स्टेडियम में उपस्थित कुछ स्कूली बच्चों ने गुजरात के कप्तान शुभमन गिल का समर्थन करते हुए उनके लिए गीत गाए। वहीं, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी इस मैच का हिस्सा बने और अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए नजर आए। इन पोस्टरों पर लिखा था, “थैंक्यू अखिलेश भैया फॉर गिविंग अस इकाना स्टेडियम,” जिससे यह स्पष्ट हुआ कि फैंस अखिलेश यादव के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहे थे।

इस दौरान स्टेडियम में फैंस की नारेबाजी ने माहौल को और भी गरमा दिया। “अखिलेश यादव जिंदाबाद!” जैसे नारे सुनाई देने लगे, जिससे साफ संकेत मिलता है कि खेल का यह आयोजन सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि स्थानीय राजनीति और संस्कृति का भी हिस्सा बन गया है। दर्शकों की उत्साही प्रतिक्रिया ने साबित कर दिया कि लखनऊ की टीम और उनकी जीत का जश्न मनाना कितना महत्वपूर्ण है।

हालांकि, इस मैच में हुई एक घटना ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी। जब निकोलस पूरन ने एक बड़ा छक्का मारा, तो एक दर्शक घायल हो गया, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल भेजा गया। ऐसे में स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे। फैंस ने इस बात को लेकर भी चर्चा की कि खेल के दौरान सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना कितना आवश्यक है।

अंततः, लखनऊ सुपर जायंट्स की इस जीत ने न केवल टीम के प्रदर्शन को उजागर किया, बल्कि दर्शकों के उत्साह और टीम की सामाजिक पहचान को भी मजबूती दी। इस प्रकार, IPL का यह मैच लखनऊ के इकाना स्टेडियम में बस एक क्रिकेट प्रतियोगिता नहीं था, बल्कि यह शहर की भावनाओं, उत्सव और सामुदायिक एकता का प्रतीक बन गया।