तीन दिवसीय प्रसिद्ध चिकटराज मेला-मड़ई देवी-देवताओं की विदाई के साथ हुआ संपन्न

तीन दिवसीय प्रसिद्ध चिकटराज मेला-मड़ई देवी-देवताओं की विदाई के साथ हुआ संपन्न

बीजापुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में तीन दिवसीय प्रसिद्ध चिकटराज मेला (मड़ई) का आयोजन किया गया, आज बुधवार काे चिकटराज मंडाई की संपन्नता के साथ मंडाई-मेले में आए हुए सभी देवी- देवताओं को ससम्मान विदाई की रियासत कालीन परंपरा का निर्वहन करते हुए विदा किया गया।

उल्लेखनीय है कि बीजापुर-गंगालूर मार्ग पर लगभग एक किमी की दूरी पर चिकटराज देव का मंदिर है। बाबा चिकटराज मेला (मड़ई) का आयोजन समिति के अनुसार बीजापुर नगर के रहवासियों के चिकटराज आराध्य देव हैं, जिनका पूरे बीजापुर जिले के क्षेत्रवासियों के लिए ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व है। चिकटराज देव 6-7 फुट लंबे बांसनुमा आकार के एक काष्ठ में विराजमान हैं। मंदिर के आगे यत्र-तत्र गणेश, विष्णु, शिव, लक्ष्मी आदि देवी-देवताओं की प्राचीन शिल्प मूर्तियां स्थापित है। चिकटराज मेला (मड़ई) में दूर- दराज से मेले में पहुंचे देवी -देवताओं की विधि- विधान से पूजा की गई। यह मेला हर साल प्रतिवर्ष चैत्र माह में चिकटराज समिति आयोजित करती है। यहां पर हर साल प्रदेश समेत अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।

चिकटराज समिति के अध्यक्ष रामचरण मांझी ने बताया कि बाबा चिकटराज देवता हमारे आराध्य देव है। यहां प्रतिवर्ष चैत्र माह में ही पूरे विधि- विधान के साथ पूजा-पाठ की जाती है। यह मंडई मेला तीन दिनों तक मनाया जाता है। यहां रविवार से ही दूर दराज के गुज्जा देव, मारा देव, कनपराज, तुलडोकरी, नंगाभीमा, कंछीबारम निलपराज, हिरमा राज देव, उरो पोई भीमराज, चिन्नामारा पेद्दामारा, हुंगागुंडा, काटउर्रा, हिरमा गुंडा, हडमा राज, पिडगाराज के अलावा बमडा भोगराज देव पहुंचे, देवी -देवताओं का आगमन हाेने पर पूजा- पाठ कर दूर-दराज से आए देवी- देवताओं का मेल मिलाप के बाद बाबा चिकटराज देवता के प्रागंण में मुख्य मंडई मेला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालु अपनी मनोकामना के साथ मंदिर में पहुंचते है। आज बुधवार काे चिकटराज मेला (मड़ई) के अंतिम दिन भी पूजा-पाठ के साथ विदाई की रस्म पूरी की गई। उन्हाेंने बताया कि महिलाएं बाबा चिकटराज देवता का दर्शन साल में तीन दिन ही कर सकती हैं। बाकी समय बाबा चिकटराज देवता का दर्शन करना महिलाओं के लिए वर्जित रहता है।

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