गर्मी का कहर: प्रयागराज स्कूल समय बदला, बनारस में गंगा सिकुड़ी, 17 शहरों में हीटवेव!

उत्तर प्रदेश में इस समय गर्म हवाओं का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। अधिकतर हिस्सों में धूप की तीव्रता ने तापमान को काफी हद तक बढ़ा दिया है। राज्य के 17 जिलों में हीट वेव चल रही है, जिसके चलते गर्म हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। मंगलवार की शाम तक 15 शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड किया गया, जिसमें वाराणसी भी शामिल है। इस क्षेत्र में गंगा नदी के जल स्तर में कमी आई है, जिससे रेत के टापू दिखाई देने लगे हैं। प्रयागराज का तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है। इस संदर्भ में, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कक्षा 8 तक के स्कूलों का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक करने का निर्णय लिया है।

वाराणसी में मौसम के हालात खासे चिंताजनक हैं। मौसम विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि वाराणसी सोमवार को प्रदेश का पांचवां सबसे गर्म शहर बन गया, जहाँ अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह इस मौसम का सर्वाधिक तापमान था और इससे पहले के वर्षों की तुलना में यह एक नई ऊंचाई है। पहले 7 अप्रैल 2023 को तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा था, जबकि 2024 में यह 36.8 डिग्री सेल्सियस था। प्रधान मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण यूपी के कई क्षेत्रों में अगले 3-4 दिनों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।

प्रयागराज में भी गर्मी ने अपनी तल्खी बढ़ा दी है, जिसके कारण स्कूलों के समय में बदलाव की आवश्यकता महसूस हुई है। सरकारी आदेश के अनुसार, कक्षा 8 तक के सभी स्कूल अब सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक संचालित होंगे, जिससे छोटे बच्चों पर गर्मी का दुष्प्रभाव न पड़े। प्रयागराज का तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, और रात का तापमान भी 23.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

प्रधान मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, यूपी में हो रही इस भयंकर गर्मी का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन है। आने वाले समय में अगले महीने तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि झांसी 42.6 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे गर्म शहर बन गया, जबकि मुजफ्फरनगर 14 डिग्री सेल्सियस के तापमान के साथ सबसे ठंडा शहर बना रहा।

काशी के घाटों पर गर्मी के चलते खालीपन का माहौल बना हुआ है, जिससे श्रद्धालुओं की संख्या भी घटी है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए राहत पहुँचाने के लिए गंगा द्वार से गर्भगृह तक जर्मन हैंगर पंडाल लगाया है, जहाँ आइसक्रीम और पानी की व्यवस्था की गई है। मौसम के अगले चार दिनों की भविष्यवाणी के अनुसार, 10 अप्रैल को पूरे प्रदेश में बारिश होगी और तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आएगी। 11 और 12 अप्रैल को गरज-चमक के साथ बारिश होने की उम्मीद है, और 13 अप्रैल को पूर्वांचल क्षेत्र में फिर से बारिश की संभावना है।