पूर्व उप-प्रधानमंत्री रवि लामिछाने को भैरहवा से काठमांडू की जेल में शिफ्ट किया गया

करोड़ों रुपये के सहकारी घोटाले में पिछले चार महीने से न्यायिक हिरासत में भैरहवा की जेल में रहे रवि लामिछाने को शनिवार को काठमांडू स्थित नक्खू जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। इस बारे में राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के प्रवक्ता मनीष झा ने बताया कि भैरहवा जेल से स्थानांतरित करने के लिए दो महीने पहले ही अर्जी दी गई थी, लेकिन उस समय सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की।

दो महीने पहले जेल ट्रांसफर की अर्जी पर गृह मंत्री रमेश लेखक ने सीधे हस्तक्षेप करते हुए उनके जेल ट्रांसफर के ऑर्डर को निरस्त कर दिया था। हाल ही में रवि लामिछाने के साथ जेल में मानवीय व्यवहार नहीं किए जान और उन्हें रहने की व्यवस्था को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की शिकायत के बाद शुक्रवार को जेल ट्रांसफर का निर्णय किया गया।

शनिवार को रवि लामिछाने को भैरहवा से विमान के जरिए काठमांडू लाया गया। काठमांडू विमानस्थल में उनके समर्थकों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने उन्हें किसी और रूट से बाहर निकाला और जेल पहुंचाया। इसी बीच जो l के बाहर भी उनके सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे जो उनके पक्ष में नाराबाजी करते नजर आए।

रवि लामिछाने के जेल ट्रांसफर के पीछे राजनीतिक कारण होने की बात खुद उनकी पत्नी निकिता पौडेल ने बताई। भैरहवा से उसी विमान में साथ में आई निकिता ने कहा कि भैरहवा में उपनिवेशन की घोषणा के बाद से ही हमारी पार्टी के पक्ष में व्यापक जानकार कोंडेखने के बाद सत्तारूढ़ दल ने मिलकर वहां से हटाया है ताकि हमारी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में माहौल न बन पाए। हालांकि उन्होंने दावा किया कि इस उप-चुनाव में जीत उनकी पार्टी की ही होने वाली है।