ओली ने रद्द की पार्टी सदस्यता तो पूर्व राष्ट्रपति ने खुद नया दफ्तर खोलकर दी चुनौती

प्रधानमंत्री तथा यूएमएल पार्टी के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी की पार्टी सदस्यता रद्द करने के साथ ही पार्टी दफ्तर में आने पर प्रतिबंध लगाया था। अब भंडारी ने ओली को चुनौती देते हुए अपना खुद का दफ्तर खोल लिया है। भंडारी ने काठमांडू का वही मकान चुना है, जहां उनके दिवंगत पति और यूएमएल पार्टी के संस्थापक सदस्य मदन भंडारी ने अपना चुनावी कार्यालय बनाया था।

काठमांडू में अपने नए पार्टी दफ्तर का उद्घाटन करते हुए पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने कहा कि जिस पार्टी को मेरे पति ने बनाया, जिस पार्टी से मैंने छात्र राजनीति से सक्रिय होकर अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया, आज उसी पार्टी की सदस्यता से मुझे वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी की व्यक्तिगत आकांक्षा से उनकी सदस्यता नहीं जा सकती है। भंडारी ने कहा कि ओली के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। ओली की स्वेच्छाचारिता के खिलाफ वो देशव्यापी अभियान की शुरुआत करने वाली हैं।