जिला अस्पताल में 92 एनएचएम कर्मचारी विभिन्न पदों पर कार्यरत है। इनके हड़ताल में जाने से आईपीडी, ओपीडी, एनसीडी क्लिनिक, हमर लैब, स्पर्श क्लिनिक, एसएनसीयू वार्ड, आईसीयू वार्ड, एनआरसी सहित अन्य वार्डों में काम प्रभावित हो रहा है। हमर लैब में नर्सिंग छात्र – छात्राएं मरीजों का रक्त एवं पेशाब जांच कर रहे है। वहीं एनसीडी क्लिनिक में भी नर्सिंग छात्र बीपी शुगर जांच रहे है।
जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते 57 नियमित स्टाफ नर्सों की सिंगल ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही 40 नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी लगभग सभी वार्डों में लगाई गई है। जीवन दीप समिति के कर्मचारी आनलाइन एंट्री का काम कर रहे है। एसएनसीयू वार्ड में शिशु रोग विशेषज्ञ डा अखिलेश देवांगन और डा रविकिरण शिंदे और नियमित स्टाफ नवजात शिशुओं की देखरेख में लगे है। स्पर्श क्लिनिक में पांच एनएचएम कर्मचारी काम करते हैं। इनके हड़ताल में जाने से मानसिक बीमारी से पीड़ित मरीजों का काउंसलिंग नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से इन मरीजों को उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ ही आनलाइन एंट्री का काम भी प्रभावित हो रहा है।
इसी तरह आडियोमेट्री लैब बंद होने से सुनाई जांच नहीं हो पा रही है और न ही स्पीच थेरेपी हो रही है। तंबाकू सेवन करने वाले मरीजों का काउंसलिंग नहीं हो पा रहा है।जिला अस्पताल धमतरी के सिविल सर्जन डा अरुण कुमार टोंडर ने बताया कि परेशानी बहुत ज्यादा नहीं है।