डॉ. मांडविया ने कहा, “राष्ट्रीय खेल दिवस मेजर ध्यानचंद जी के सम्मान में मनाया जाता है। इस बार हम इसे तीन दिन तक मनाएंगे। मैं देशवासियों से अपील करता हूं – ‘एक घंटा खेल के मैदान में’। जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है, जो खेलते हैं वो खिलते हैं। स्वस्थ नागरिक ही समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।”
इस आयोजन का उद्देश्य न केवल स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि भारत को 2036 ओलंपिक एवं पैरालंपिक की मेजबानी के विजन के साथ जोड़ना भी है। देशभर के जिलों, स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों, आवासीय क्षेत्रों में ओलंपिक मूल्यों – मित्रता, सम्मान और उत्कृष्टता तथा पैरालंपिक मूल्यों – संकल्प, साहस, प्रेरणा और समानता के साथ नागरिक खेल और फिटनेस को अपनाने के लिए एकजुट होंगे।
तीन दिवसीय आयोजन की झलक:
29 अगस्त: मेजर ध्यानचंद को समर्पित राष्ट्रीय समारोह और देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम।
30 अगस्त: फिट इंडिया कार्निवल, जिसमें डिबेट, पैनल चर्चा, टॉक्स और फिटनेस प्रतियोगिताएं।
31 अगस्त: ‘संडे ऑन साइकिल’ के तहत नागरिक साइकिलिंग में भाग लेंगे, साथ ही फिट इंडिया ऐप पर कार्बन सेविंग इंसेंटिव फीचर लॉन्च होगा।
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा और फुटबॉल स्टार सुनील छेत्री ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से देशवासियों को इस पहल में शामिल होने की अपील की।
डॉ मांडविया ने कहा कि खेलो भारत नीति 2025 और राष्ट्रीय खेल प्रशासन अधिनियम 2025 के जरिए मंत्रालय 2047 तक भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति बनाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं बल्कि भारत को ‘विकसित भारत’ और ‘खेल महाशक्ति’ बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।