द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार टेक्सास राइट टू लाइफ के अध्यक्ष जॉन सीगो ने कहा, “यह हमारे आंदोलन का अब तक का सबसे सशक्त और कानूनी रूप से सबसे गतिशील प्रयास है।” उन्होंने कहा कि हालांकि यह कानून टेक्सास पर केंद्रित है। उम्मीद है कि इससे व्यापक सुरक्षा मिलेगी।
गर्भपात प्रदाताओं को कानूनी सहायता प्रदान करने वाले सेंटर फॉर रिप्रोडक्टिव राइट्स के एसोसिएट निदेशक मार्क हियरन ने कहा, “टेक्सास एक तरह से भाले की नोक है। यह टकराव को बढ़ावा दे रहा है।” उधर, गर्भपात विरोधी कार्यकर्ता इस बात से नाराज हैं कि 2022 में उच्चतम न्यायालय के रो बनाम वेड मामले को पलटने के बाद भी देश में गर्भपात की संख्या में कमी नहीं आई है।
इसके अलावा, लुइसियाना में पिछले महीने एक ऐसे उपाय को मंजूरी दी गई है, जो गर्भपात की दवाएं बेचने वाले बाहरी राज्यों के डॉक्टरों के खिलाफ मुक़दमा दायर करने की अनुमति देता है। टेनेसी विधानमंडल ने इस साल इसी तरह के एक विधेयक पर विचार किया था, लेकिन वह पारित नहीं हो सका।
टेक्सास का नया कानून गर्भपात कराने वाली दवाइयां उपलब्ध करवाने वालों के खिलाफ कम से कम 100,000 डॉलर का हर्जाना वसूलने का अधिकार देता है। इस साल टेक्सास के न्यायाधीश ने डॉ. कारपेंटर के खिलाफ फैसला सुनाया था। इस चिकित्सक को 100,000 डॉलर का जुर्माना भरने और टेक्सास में मरीजों को गर्भपात की गोलियां भेजना बंद करने का आदेश दिया था।