जगदलपुर, 20 अगस्त । केंद्र सरकार के निर्देश पर खाद्य विभाग द्वारा बीपीएल राशन कार्डो की जांच चल रही है। बस्तर जिले में 63 हजार 134 संदिग्ध राशन कार्ड और उपभोक्ता मिले हैं। खाद्य विभाग की टीम द्वारा घर में दस्तक देकर सर्वे के बाद कार्ड रद्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। जांच शुरू होने के साथ ही फिलहाल ऐसे तीन हजार हितग्राहियों के राशन कार्ड रद्द कर दिये गये हैं। तीन महीने पहले राज्य से संदेहास्पद लोगों की सूची जारी की गई थी, जिसमें से 3375 हितग्राहियों के नाम थे।
सभी पिछले 6 से 12 महीने तक राशन नहीं ले रहे थे। जिले के सभी ग्राम पंचायतों व नगरी निकाय में सर्वे जारी है। जांच के बाद ऐसे हितग्राहियों के कार्ड निरस्त किए जा रहे हैं, इनमें से अधिकांश मृत हैं, कई अन्यत्र निवास कर रहे हैं। कई हितग्राहियों का ई-केवाईसी नहीं होने के कारण राशन नहीं ले रहे हैं।
खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुुसार, जिनकी सालाना आय 6 लाख से अधिक है, और उनके पास बीपीएल कार्ड है, तो इसकी जांच की जानी है। इसी प्रकार उच्च पद पर पदस्थ सरकारी कर्मचारी और बडे़ किसानों का भी है, लेकिन बस्तर जिले में खाद्य विभाग के अधिकारी इस संबंध में राज्य सरकार से स्पष्ट निर्देश नहीं आना बताते हैं। केंद्र से जिले को ऐसे 63 हजार 134 हितग्राहियों की सूची मिली है। इनमें से 98 हितग्राही ऐसे हैं, जो वर्तमान में सरकारी नौकरी में उच्च पद पर हैं। हर महीने लाखों का इनकम ले रहे हैं,बावजूद ऐसे लोगों के पास बीपीएल राशन कार्ड है। इसके अलावा 9 हितग्राही ऐसे हैं, जिनका टर्नओवर 25 लाख से अधिक है। इनके पास भी बीपीएल कार्ड है। हर महीने लाखों कमा रहे लोग भी गरीबी रेखा का कार्ड बनाकर सरकारी राशन खा रहे हैं। इन सबकी सूची खाद्य विभाग को मिल चुकी है।
व्यापारी, शिक्षक, अधिकारी खा रहे मुफ्त का चावल
केंद्र से मिली सूची के अनुसार जिले के बड़े-बड़े व्यापारी भी इस सूची में शामिल हैं। 7वां वेतनमान लागू होने के वाद कई शिक्षकों का वेतन 70 हजार से 1 लाख रुपए तक हो गया है। इन शिक्षकों के पास भी बीपीएल राशन कार्ड मौजूद है। हर महीने मुफ्त का राशन खा रहे हैं। यह भी सर्वे के दौरान पकड़े जाएंगे। कई लोग अधिकारी बन चुके हैं। इनके पास भी बीपीएल कार्ड है, इनकी भी पहचान होगी।
खाद्य नियंत्रक घनश्याम सिंह राठौर ने बताया कि, राशन कार्ड के सत्यापन में कई तरह की गड़बड़ी आई है। जांच में सामने आएगा कि मृतक हितग्राहियों के नाम पर अब तक कितने लोग राशन उठा रहे थे। समय पर राशन नहीं उठाने का क्या कारण था। डुप्लीकेट आधार के चलते किस प्रकार राशन उठाया जा रहा था। राशन कार्डों के सत्यापन के दौरान कुछ में डुप्लीकेट आधार कार्ड, मृत व्यक्तियों के नाम या एक ही व्यक्ति के दो स्थानों पर नाम दर्ज होने जैसी गड़बड़ियां पाई गई हैं। विभाग ने इन संदिग्ध कार्डों की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।