कुलपति प्रो. रावत ने कहा कि यह कदम विश्वविद्यालय की अकादमिक साख को मजबूत करेगा और शोधार्थियों व शिक्षकों को गुणवत्ता-आधारित शोध कार्यों के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने बताया कि समिति शीघ्र ही एक स्पष्ट गुणवत्ता मापदंड (क्वालिटी मैट्रिक्स) जारी करेगी, जिसे समय-समय पर अद्यतन कर वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाए रखा जाएगा।
यह पहल विश्वविद्यालय को शोध क्षेत्र में अधिक स्वायत्त, उत्तरदायी और पारदर्शी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी। बैठक में प्रो. एनजी साहू, प्रो. आरसी जोशी, प्रो. एसएस बर्गली, प्रो. श्रीश मौर्य, प्रो. संजय घिल्डियाल, प्रो. राजीव उपाध्याय, प्रो. अमित जोशी, प्रो. रमेश चन्द्र सहित ऑनलाइन माध्यम से उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नवीन लोहनी, वित्त मंत्रालय से प्रो. एसएस खनका, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. कविता शर्मा और प्रो. उज्जवल कुमार भी शामिल हुए।