(अपडेट ) टीएसपीसी कमांडर शशिकांत का गढ है केदल, नौ साल बाद दो जवान बलिदान

यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है। यहां अक्सर शशिकांत आता जाता है। बुधवार रात करमा पर्व पर उसके घर जाने की सूचना थी। पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि शशिकांत का दस्ता यहां कोई घटना भी करने वाला है। सटीक सूचना पर पुलिस उसे घेरने के लिए वहां पहुंची थी, लेकिन पुलिस का यह दाव उल्टा पड़ गया। हालांकि पुलिस का दावा है कि टीएसपीएस उग्रवादियों को भी गोली लगी है। हालांकि उनके शव नहीं मिले हैं।

पलामू पुलिस अभियान एएसपी राकेश सिंह के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीमें गठित कर सर्च ऑपरेशन पर निकली थीं। बुधवार देर रात करीब 12.30 बजे, जब पुलिस की एक टीम शशिकांत के घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर पहुंची, उग्रवादियों ने एके-47 राइफल से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों पक्षों के बीच करीब 15 मिनट तक गोलीबारी हुई। यहां बता दें कि नौ साल बाद पलामू में दो जवान बलिदान हुए हैं। इससे पहले 2016 में छत्तरपुर के कालापहाड़ इलाके में लैंड माइंस विस्फोट हुआ, जिसमें सात पुलिस जवान बलिदान हो गए थे। उस दौरान भी नक्सलियों ने पुलिस जवानों को ट्रैप कर विस्फोट किया था।

मुठभेड़ में पलामू जिला पुलिस के दो जवान, संतन मेहता (हैदरनगर, सोवा बरेवा) और सुनील राम (हैदरनगर, परता गांव) बलिदान हो गए। संतन मेहता के शरीर में नौ गोलियां लगीं, जबकि पलामू एएसपी के अंगरक्षक सुनील राम के सिर में कई गोलियां लगीं। एक अन्य जवान, रोहित कुमार (लालगढ़, रेहला थाना), गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, मेदिनीनगर में चल रहा है। घायल जवान की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।

पलामू में 2016 के बाद कई मुठभेड़ हुई है। 2018 के झूलझूल मुठभेड़ में माओवादी के दो कमांडर मारे गए थे। 2018 में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में माओवादियों के 10 लाख के इनामी कमांडर राकेश भुइयां सहित चार कमांडर मारे गए थे। 2018 में ही छत्तरपुर में हुए मुठभेड़ में टीएसपीसी के तीन एरिया कमांडर मारे गए।

वहीं, 2022-23 में जेजेएमपी का जोनल कमांडर भवानी भुइयां मुठभेड़ में मारा गया था, जबकि कुछ दिनों पूूूर्व पलामू के हुसैनाबाद और पांडु सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में माओवादियों का एरिया कमांडर तुलसी भुइयां मारा गया था। पलामू इलाके में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी, टीएसपीसी कमांडर बचे हुए हैं, जिसके खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

टीएसपीसी के जोनल कमांडर सह कथित सुप्रीमो शशीकांत के दस्ते में शामिल मुखदेव यादव पर पांच लाख रुपये का इनाम है। नगीना पर भी इनाम की राशि घोषित है। शशिकांत के दस्ते में एक दर्जन से भी अधिक कैडर मौजूद हैं, इनमें से आधा दर्जन से अधिक के पास एके-47 और एके 56 जैसे घातक हथियार मौजूद हैं।