पुलिस के अनुसार वादी सुरेंद्र पुत्र सुमन निवासी शिवधाम कॉलोनी, ज्वालापुर ने 28 जुलाई को साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में खुलासा हुआ कि वर्ष 2022 में दुष्कर्म मामले में जेल जा चुके सुरेंद्र की जेल में ही कृष्णकांत से मुलाकात हुई। कृष्णकांत ने पुराने रंजिश के चलते सुरेंद्र, अपने भाई डेविड व साले राहुल के साथ मिलकर योजना बनाई और फर्जी वारंट बनाकर कई लोगों को फंसाने का प्रयास किया।
पुलिस ने वादी सुरेंद्र, डेविड पुत्र विनोद (नारसन खुर्द) और राहुल पुत्र पवन (सुगरासा, पथरी) को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 50,000 नगद, तीन मोबाइल, प्रिंटर, यूपीएस, फर्जी गैर-जमानती वारंट व अन्य दस्तावेज बरामद किए। डेविड व सुरेंद्र के खिलाफ पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
आरोपितों ने पूछताछ में अपने नाम पते सुरेंद्र पुत्र सुमन निवासी सताव आशिक थाना गुरुबक्शगज जिला रायबरेली उत्तर प्रदेश, हाल निवासी शिवधाम कॉलोनी गली नंबर 2 सुभाष नगर कोतवाली ज्वालापुर, हरिद्वार, डेविड पुत्र विनोद निवासी ग्राम नारसन खुर्द कोतवाली मंगलौर, हरिद्वार व राहुल पुत्र पवन निवासी ग्राम सुगरासा थाना पथरी जनपद हरिद्वार बताए गए हैं। डेविड के खिलाफ विभिन्न थानों में 6 व सुरेन्द्र के खिलाफ एक मुदकमा दर्ज है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है।