यह उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का रिश्ता शर्मा परिवार से 1989 से ही जुड़ा हुआ है। जब इस टूर्नामेंट का पहला संस्करण गोरखा युवा संगठन एवं जिला फुटबॉल संघ, कांगड़ा द्वारा आयोजित किया गया था, उस समय सुधीर शर्मा के पिता स्वर्गीय पंडित संत राम (तत्कालीन कैबिनेट मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार) ने इस कार्य हेतु समिति को विशेष सहयोग दिया था। यह परंपरा आज भी निरंतर जारी है। समिति ने इसके लिए पूरे शर्मा परिवार का आभार प्रकट किया।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष पालम जंग प्रधान की अगुवाई में समिति ने विधायक के साथ विस्तृत चर्चा की और सुझाव साझा किए कि किस प्रकार इस टूर्नामेंट को और अधिक राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाए तथा इसके मानकों को और ऊंचा उठाया जाए।
इस अवसर पर विधायक सुधीर शर्मा ने आश्वासन दिया कि निकट भविष्य में धर्मशाला में कम-से-कम दो विश्व स्तरीय फुटबॉल ग्राउंड तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र न केवल फुटबॉल बल्कि अन्य खेलों में भी अपार प्रतिभा से भरपूर है, किंतु अब तक विश्व स्तरीय खेल अधोसंरचना का अभाव रहा है। धर्मशाला और इसके आस-पास का मौसम यूरोपीय देशों जैसा है, जो फुटबॉल जैसे खेल के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला को विश्व स्तरीय खेल नगरी बनाने के लिए सभी खेल संगठनों को एक छत्रछाया में लाकर साझा प्रयास करना आवश्यक है। इस दिशा में वे शीघ्र ही एक खेल रोडमैप तैयार करेंगे और इसके लिए सभी खेल संगठनों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर उनके विचारों को भी शामिल किया जाएगा।