सर्किल रेट के खिलाफ आंदोलन करने के लिए मंगलवार को अधिवक्ता बार एसोसिएशन, लायर्स बार एसोसिएशन और सयुंक्त बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सदर तहसील में मीटिंग की। यहां 1 सितम्बर से लागू नए सर्किल रेट का विरोध करते हुए कार्य बहिष्कार का ऐलान किया। आंदोलन के लिए आगे की रणनीति तय करने को शाम के वक्त वकीलों ने मीटिंग की और आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया।
लायर्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र कटियार की अगुवाई में वकीलों ने कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया। मामले को लेकर संगठन के पूर्व अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि सर्किल रेट लागू होने से पहले वकीलों ने आपत्तियां दर्ज कराई थीं। इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ उनकी बैठक भी हुई थी और अधिकारियों ने भरोसा दिया था कि आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही सर्किल रेट घोषित किए जाएंगे।
प्रशासन ने आपत्तियों पर विचार किए बिना ही सर्किल रेट घोषित कर दिए। जिससे रजिस्ट्रार ऑफिस में आम जनता का आर्थिक दोहन किया जाएगा, जिसे अधिवक्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ वह लोग हाईकोर्ट भी जाएंगे। बैठक के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता व संगठन के संरक्षक रामदेव शुक्ला, महेंद्र बाजपेई, नाजिम अख्तर, कांशीराम कुशवाहा, विकास कनौजिया, उदयनारायण यादव, शकील अहमद, विनय प्रताप सिंह, शरद मिश्रा समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे।