स्वास्थ्य जांच टीम ने एचआईवी रक्त मामले की गहन जांच की

टीम का नेतृत्व राज्य स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ दिनेश कुमार कर रहे हैं। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों से बातचीत की, ब्लड बैंक का निरीक्षण किया और कई नमूने एकत्र किए। जांच के दौरान ब्लड बैंक में कई खामियां सामने आईं। टीम ने थैलेसीमिया वार्ड का निरीक्षण भी किया और पांच बच्चों में एचआईवी संक्रमण की आशंका जताई, जिनकी जांच अभी जारी है।

मजदूर कामगार यूनियन के नेता माधव चंद्र कुंकल ने आरोप लगाया था कि अस्पताल की लापरवाही से यह गंभीर घटना हुई। डॉ दिनेश कुमार ने बताया कि संबंधित बच्चे को 13 सितंबर को रक्त चढ़ाया गया था और 18 अक्टूबर को उसकी एचआईवी जांच पॉजिटिव आई। फिलहाल संक्रमण के स्रोत का पता लगाने के लिए गहन जांच चल रही है।

डॉ दिनेश ने बताया कि सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक और कार्यक्रम से जुड़े अन्य अधिकारियों से बातचीत की गई। जिले में वर्तमान में लगभग 515 एचआईवी संक्रमित मरीज नियमित इलाज ले रहे हैं।

लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार ने कहा कि रक्त चढ़ाने से पहले जांच की जाती है और संभव है कि किसी व्यक्ति का हाल ही में रक्तदान हुआ हो जो इंटरकोर्स कर आया और जांच में एचआईवी नहीं पता चला हो। उन्होंने कहा कि इस मामले में विभाग की कोई गलती नहीं है। विशेष जांच टीम ने स्पष्ट किया कि मामले की गहन जांच जारी है और जल्द ही पूरे तथ्यों को सार्वजनिक किया जाएगा।