नीलम करवरिया कप : सोरांव और इलाहाबाद उत्तरी में होगी खिताबी भिड़ंत

– रवि सिंह, सिद्धार्थ मिश्र और त्रिपुरेश सिंह की आतिश बल्लेबाजी

प्रयागराज, 16 अक्टूबर । रवि सिंह और सिद्धार्थ मिश्र की आतिशी पारी से सोरांव विधानसभा ने प्रतापपुर विधानसभा को दो विकेट और त्रिपुरेश सिंह की विस्फोटक बल्लेबाजी से इलाहाबाद उत्तरी ने फाफामऊ विधानसभा को 6 विकेट से हराकर नीलम करवरिया का टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बना ली जहां दोनों की भिड़ंत शुक्रवार को होगी।

गवर्नमेंट प्रेस मैदान पर गुरुवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल मुकाबले में टॉस हार कर प्रतापपुर विधानसभा ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 183 रन (नितिन सिंह 52, प्रमोद यादव 35, अनुज सिंह परिहार 34, ध्रुव प्रताप सिंह 18, नमन श्रीवास्तव 2-19, रितेश पटेल 2-36) बनाए। जवाब में सोरांव विधानसभा ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 184 रन (रवि सिंह 71, सिद्धार्थ मिश्र 53 नाबाद, हर्षित नारायण तिवारी 34, सौरभ त्रिपाठी 2-20, ध्रुव प्रताप सिंह 2-31, वैभव पाल 2-53) बना लिए।

सिद्धार्थ मिश्र को शहर के सदाबहार तेज गेंदबाज, पूर्व रणजी क्रिकेटर आशीष विस्टन जैदी ने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया। आयोजन सचिव सक्षम करवरिया ने पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया। मैच में शिशिर मल्होत्रा व राहुल सिंह अम्पायर एवं मोहम्मद सैफ व आशीष भारतीय स्कोरर रहे।

दूसरे सेमीफाइनल में टॉस जीतकर फाफामऊ ने 19.5 ओवर में 145 रन (शिवम सिंह यादव 59, पंकज विश्वकर्मा 35, अमर चौधरी 4-14, सुब्रत प्रसाद तिवारी, प्रथम मिश्र, त्रिपुरेश सिंह एक-एक विकेट) बनाए। जवाब में इलाहाबाद उत्तर ने 13 ओवर में चार विकेट पर 149 रन (त्रिपुरेश सिंह 61, यादवेंद्र सिंह यादव 42, राहुल राजपाल 33, आकाश गिरी 2-6, गुलशन वर्मा व प्रियांशु यादव एक-एक विकेट) बना लिए।

त्रिपुरेश सिंह को डीडीसीए की सीनियर महिला क्रिकेट चयन समिति की सदस्य एवं डीडीसीए की पूर्व क्रिकेटर रानी पाल ने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया। मैच में शिशिर मल्होत्रा व ताहिर अब्बास अम्पायर एवं अंकित पांडेय व आशीष भारतीय स्कोरर रहे हैं।

सांस रोक देने वाले आखिरी ओवर में बने 18 रन

पहले सेमीफाइनल में सोरांव विधानसभा को आखिरी ओवर में जीत के लिए 18 रन की जरूरत थी। अंतिम ओवर फेंकन आए वामहस्त स्पिनर वैभव पाल के सामने खब्बू बल्लेबाज सिद्धार्थ मिश्र स्ट्राइक पर थे। पहले दो गेंद पर वैभव पाल ने कोई रन नहीं दिया, तीसरी गेंद पर सिद्धार्थ ने मिडविकेट के ऊपर से एक लंबा छक्का जड़ दिया। अगली गेंद एक बार फिर सिद्धार्थ ने लांग आन से छक्के के लिए सीमा रेखा के बाहर भेजकर गेंदबाज को दबाव में ला दिया। अब दो गेंदों से सोरांव को जीत के लिए छह रन की जरूरत थी, पांचवीं गेंद पर गेंद सीमा रेखा तक जाने के बावजूद सिद्धार्थ ने कोई रन नहीं लिया और स्ट्राइक अपने पांस रखी। अंतिम गेंद पर जीत के लिए 6 रन चाहिए थे तो मैदान पर मौजूद सभी दर्शकों की सांस धड़कने बढ़ने लगी, हर कोई अनुमान लगा रहा था कि इस गेंद पर क्या होगा। वैभव गेंद जैसे ही लेकर चले सिद्धार्थ चहलकदमी से अपने इरादे जता दिये और उन्होंने हाथ से गेंद के छूटते ही एक बार फिर ऑन की दिशा में लंबा छक्का जड़कर अपनी टीम को जीत दिलाते हुए फाइनल का टिकट दिला दिया।