छह करोड़ के बैंक घोटाले का खुलासा, पूर्व शाखा प्रबंधक गिरफ्तार

मनोज बिहार के बक्सर जिले के राजपूर के कोनौली के निवासी है। बिहार के सासाराम से उन्हें गिरफ्तार किया गया। मनोज को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मामला हुसैनाबाद थाना कांड संख्या से संबंधित है। इसे लेकर प्राथमिक दर्ज की गई थी।

अनुसंधान में खुलासा हुआ कि अभियुक्त ने शाखा प्रबंधक रहते हुए 11 महिला समूह खातों से फर्जी तरीके से ऋण स्वीकृत कर निकासी की। उसने विशेष सावधि जमा खातों से भी बिना ग्राहकों की जानकारी और सहमति के बड़ी राशि निकाली। इसके लिए उसने ग्राहकों की पहचान संख्या का दुरुपयोग करते हुए उन्हीं के नाम से दूसरा फर्जी बचत खाता खोला और विशेष सावधि जमा की राशि को उसमें स्थानांतरित कर अपने परिचितों के खातों में भेजकर नकद निकासी कर ली।

जांच में पाया गया कि आरोपित ने कुल छह करोड़ तीन लाख ३४ हजार २४५ रुपये का गबन किया था, जिसमें से उसने बैंक को चार करोड़ 66 लाख 89 हजार 942 रुपये वापस किए।

मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुसैनाबाद एस मोहम्मद याकूब (भापुसे) के नेतृत्व में एसआईटी टीम की गठित की गई थी। एसआईटी की टीम में अंचल निरीक्षक बिनोद राम (अनुसंधानकर्ता), अफजल अंसारी, मुकेश कुमार, सोनू कुमार, रमण यादव, कालिका राम, सिंगराय हेम्ब्रम सहित सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। पुलिस ने लगातार निगरानी रखकर तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपित को दबोचा।

एसडीपीओ एस मोहम्मद याकूब ने कहा कि यह एक सुनियोजित बैंक धोखाधड़ी का मामला है। पुलिस की तत्परता और टीमवर्क से इस जटिल आर्थिक अपराध का सफल उद्भेदन हुआ है। उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराध में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मामले के उदभेदन में लंबा समय लगा। साक्ष्य मिलने के बाद कार्रवाई की गयी।