मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ समय बिताया, उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं और उपहार प्रदान किए। उन्होंने बच्चों से स्नेहपूर्वक बातचीत भी की और उनके जीवन, पढ़ाई, रुचियों और भविष्य के सपनों के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली केवल दीप जलाने का नहीं, बल्कि दिलों में रोशनी फैलाने का पर्व है। इन बच्चों की मुस्कान ही मेरे लिए सबसे बड़ा उपहार है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का संकल्प है कि हर बच्चे तक शिक्षा, सुरक्षा और स्नेह का वातावरण पहुंचे, ताकि वे आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी नागरिक बन सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ईश्वर से प्रार्थना करती हैं कि सभी बच्चे जीवन में आगे बढ़ें, खुश रहें और सफलता प्राप्त करें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज बच्चों के साथ संवाद के दौरान उन्होंने उनसे हल्के-फुल्के अंदाज़ में कई प्रश्न पूछे, जैसे उनकी पसंद-नापसंद, भोजन की आदतें, अनुशासन और आपसी व्यवहार ताकि यह समझा जा सके कि वे अपने वातावरण में कितने सहज और प्रसन्न हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के उत्तर सुनकर उन्हें यह जानकर संतोष हुआ कि वे यहां सुरक्षित और खुश महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित सभी बालगृहों और आश्रमों में बच्चों की समुचित देखभाल, शिक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार समाज के हर वर्ग तक खुशियाँ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है, विशेष रूप से उन बच्चों तक जिन्हें परिवार और सहारे की सबसे अधिक आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को दीपावली, भाई दूज और आगामी छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि आप सभी की मुस्कान ही दिल्ली की असली रोशनी है।