यह रहेगी दर्शन व्यवस्था
मंगला झांकी के बाद देवउठनी एकादशी पूजन प्रारंभ होगा। पूजन के बाद धूप झांकी खोली जाएगी। दर्शनार्थियों का प्रवेश केवल मंदिर मुख्य द्वार से होगा। जय निवास बाग से प्रवेश पूर्णत: निषेध रहेगा। मंदिर परिसर में जूता-चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं होगी। दर्शनार्थियों के लिए दो अलग-अलग लाइनें रहेंगी
जूता-चप्पल सहित प्रवेश
बिना जूता-चप्पल प्रवेश
जूता-चप्पल सहित भक्तगण बाहर बने रैंप से दर्शन कर सकेंगे। बिना जूता-चप्पल वाले भक्तगण मंदिर छावन में दर्शन कर सकेंगे। भक्त दर्शन कर बड़ी परिक्रमा करते हुए मंदिर मुख्य द्वार से निकास करेंगे।
जय निवास उद्यान होते आएंगे कंवर नगर-ब्रह्मपुरी के लोग
कंवर नगर और ब्रह्मपुरी से आने वाले भक्त जय निवास उद्यान, जनता मार्केट से होते हुए मुख्य द्वार से प्रवेश कर श्री चिंताहरण हनुमान जी मार्ग से निकास करेंगे। यह व्यवस्था 2 नवम्बर को मंगला से शयन झांकी तक प्रभावी रहेगी। नि:शुल्क जूता घर बंद रहेगा।
प्रशासन की अपील बीमार श्रद्धालु न आएं
पुलिस और मंदिर प्रशासन ने हृदय रोगी, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, श्वास संबंधी या अन्य गंभीर रोगों से पीड़ित भक्तों से निवेदन किया है कि भीड़ को देखते हुए मंदिर में आगमन न करें। सुरक्षा कारणों से कीमती सामान, बैग, थैला, लेडीज पर्स साथ न लाएं तथा महिलाएं कीमती आभूषण पहनकर न आएं। पानी की बोतल साथ लेकर आएं। किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु के दिखने पर तत्काल मंदिर प्रशासन या पुलिस प्रशासन को सूचित करें।
यह रहेगा झांकियों का समय
मंगला दर्शन प्रात: 04:00 से 05:30 बजे तक
देवउठनी एकादशी पूजन
प्रात: 06:15 बजे से (इस अवधि में ठाकुर श्रीजी दर्शन पट मंगल रहेंगे)
धूप दर्शन प्रात: 07:30 से 09:00 बजे तक
श्रृंगार दर्शन प्रात: 09:30 से 10:15 बजे तक
राजभोग दर्शन प्रात: 10:45 से 11:45 बजे तक
ग्वाल झांकी शाम 04:30 से 05:15 बजे तक
संध्या झांकी शाम 05:45 से 07:30 बजे तक
शयन झांकी रात्रि 08: 00 से 08: 30 बजे तक