हमीरपुर और ऊना के स्वयं सहायता समूहों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर की प्रधानाचार्य डॉ. प्राची ने प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान को व्यवहारिक जीवन में अपनाकर किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों की भूमिका, जिम्मेदारियों और संगठनात्मक कार्यप्रणाली की जानकारी दी।

प्रशिक्षण के समन्वयक डॉ. अमर सिंह कौंडल ने कार्यक्रम का संचालन किया। प्रशिक्षण में संसाधन व्यक्तियों के रूप में प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. सुधीर, जिला विकास अधिकारी नाबार्ड राकेश वर्मा, डॉ. पी.एल. शर्मा और रक्षा ठाकुर ने अपने-अपने विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान समूहों के पंजीकरण, उपनियम, खातों के रखरखाव, परियोजना प्रबंधन, पर्यावरण एवं सामाजिक समन्वय, प्राकृतिक खेती और फसल विविधिकरण से आय बढ़ाने के उपायों पर जानकारी दी गई। प्रशिक्षुओं ने ऐसे कार्यक्रमों को उपयोगी बताते हुए विभाग और सरकार का आभार व्यक्त किया तथा आग्रह किया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण नियमित रूप से आयोजित किए जाने चाहिए।