ग्रामीण रामसेवक, गोकुल प्रसाद और राजकुमार ने रविवार को बताया कि बरसात के मौसम में यह मार्ग पूरी तरह से कीचड़ से भर जाता है। कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि शव यात्रा को दलदल से निकालना बेहद कठिन था, कई बार लोग फिसले और गिर पड़े। इससे पहले भी दो बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, पर प्रशासन की ओर से केवल आश्वासन मिला है। ग्राम प्रधान माहेश्वरी दीन प्रजापति ने बताया कि मोक्षधाम तक जाने वाले रास्ते में पानी भर जाने और मिट्टी कटने से यह स्थिति बनी है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के लिए विधायक निधि से प्रस्ताव भेजा गया है और जल्द कार्य शुरू कराया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारें विकास की बातें तो बहुत करती हैं, लेकिन गांवों में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। मृतकों को अंतिम संस्कार के लिए भी दलदल से गुजरना पड़ता है, इससे बड़ी विडंबना क्या होगी। लोगों ने प्रशासन से जल्द सड़क निर्माण और जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी शर्मनाक स्थिति दोबारा न हो।