राज्यपाल ने कहा कि बाढ़ के कारण भारी नुकसान हुआ है। नदी ने कई जगहों पर अपना प्रवाह बदल दिया है, जिससे सड़क और आसपास के इलाकों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि सड़क के दोनों ओर ड्रेसिंग की आवश्यकता है और इसके लिए राज्य सरकार एवं एन.एच.ए.आई. को मिलकर त्वरित समाधान निकालना होगा।
उन्होंने बिंदु ढाँक, मनालसु नाला, आलु ग्राउंड, चौरिबिहाल आदि स्थानों का भी दौरा किया और सीमा सड़क संगठन तथा ग्रेफ के अधिकारियों से पुनर्निर्माण एवं राहत कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
सोलंग गांव में हुए भूस्खलन को गंभीर बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि गांव को बचाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की ज़मीनें बाढ़ में बह गई हैं, उन्हें पुनर्वास देना अब और कठिन हो गया है, इसलिए तत्काल राहत और पुनर्वास कार्यों की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय से राहत कार्यों में तेजी लाएं ताकि प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिल सके।