इस अवसर पर डॉ. वीना राठौर ने इस अवसर पर कहा कि युवाओं को सिंथेटिक व अन्य नशे से दूर रखना आज के समय की सबसे बड़ी चुनौती है। क्योंकि युवा पीढ़ी इसकी गिरफ़्त में बहुत तेजी से आ रही है और हर रोज़ किसी न किसी क्षेत्र में नशे से मौतें हो रही हैं। यही नहीं नशे के आदि बच्चे अपने अभिवावकों से हिंसा के लिए उतारू हो गए हैं और कई बच्चों ने तो अपनी मां को भी इसके लिए मौत के घाट उतार दिया है जो हमेशा मीडिया में आता रहता है। सरकाघाट खंड के विभिन गांवों व क्षेत्रों में भी नशा बड़ी तेज़ी से फैल रहा है जिसे रोकना आज के समय की सबसे ज्यादा प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य स्तर पर भी चालीस से ज़्यादा संस्थाएं एक मंच पर एकजूट हुई हैं और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी दीपक शानन की अगुवाई में राज्य स्तरीय मंच गठित किया गया है। उसी तर्ज़ पर भी अंतराष्ट्रीय एथेलिटिक्स कोच भूपिंदर भूप्पी की अगुआई में अभियान समिति बनी है ।
सरकाघाट में इस अभियान में बहुत से बुद्धिजीवि, सामाजिक संगठन, पूर्व सैनिक,जन प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए हैं और हररोज़ शामिल हो रहे हैं जिससे इस मे सफलता मिलना निश्चित है।