दोपहर बाद शहर और आसपास के इलाकों में विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में शामिल युवा, बच्चे व बुजुर्ग रंग-अबीर उड़ाते हुए और डीजे की धुन पर थिरकते चल रहे थे। अगले साल फिर आना मां की कामना के साथ समीप के तालाबों में प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया गया। इस दौरान कोडरमा के बोना काली, कोडरमा बाजार, तिलैया सहित अन्य जगहों पर स्थापित मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं विधिवत पूजा-अर्चना के बाद विसर्जित कर दी गईं।
विसर्जन यात्रा में विधि-व्यवस्था बनाए रखने और तय रूट चार्ट के अनुसार प्रतिमाओं का विसर्जन निर्धारित तालाब में सुनिश्चित कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में पुलिस बल के साथ जुलूस में मौजूद रहे। दंडाधिकारी और शांति समिति के सदस्य भी मुस्तैद दिखे।