खबराें के अनुसार आसिफ ने कहा, “अगर इस्तांबुल वार्ता में कोई समझौता नहीं हुआ, तो इसका मतलब खुला युद्ध होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान शांति चाहता है, लेकिन इसके बावजूद सीमा पर तनाव बढ़ रहा है।
गाैरतलब है कि पिछले हफ्ते अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर भारी झड़पें हुईं, जिसमें 12 से ज्यादा नागरिक मारे गए। उसके बाद कतर में दोहा में दाेनाे पक्षाें के बीच शांति वार्ता हुई, जहां दोनों पक्षों ने तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई। अब इस बाबत दाेनाें पक्षाें के बीच तुर्किये की राजधानी इस्तांबुल में दूसरी दौर की बातचीत चल रही है।
पाकिस्तान का कहना है कि अफगान तालिबान शासन को सीमा पार से हमलों को रोकना होगा। अगर अफगानिस्तान विद्राेहियाें काे काबू में नहीं करता ताे, युद्धविराम टिक नहीं पाएगा।
इस बीच अफगानिस्तान ने भी पाकिस्तान पर सीमा उल्लंघन का आरोप लगाया है।