झुंझुनू में घर बैठे मिलेगी मां-बच्चे की सेहत की जानकारी

आरसीएसएचओ डॉ. दयाराम ने बताया कि ‘किलकारी’ योजना के तहत हर गर्भवती महिला और नई मां को समय-समय पर मोबाइल पर जरूरी हेल्थ जानकारी दी जाएगी। यह सेवा गर्भावस्था के चैथे महीने से शुरू होकर बच्चे के 18 माह की उम्र तक चलेगी। इस दौरान महिलाओं को 72 मुफ्त वॉइस मैसेज भेजे जाएंगे। भेजे गये संदेशों में सही खानपान, एनीमिया से बचाव, परिवार नियोजन, टीकाकरण और शिशु देखभाल जैसी जानकारियां होंगी। अगर कॉल मिस हो जाए तो 14423 नंबर पर कॉल कर दोबारा संदेश सुने जा सकते हैं। सिस्टम मां और बच्चे के टीकों की तारीखों की याद दिलाने का काम भी करेगा।

स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं को डिजिटल ट्रेनिंग से जोड़ते हुए ‘मोबाइल एकेडमी’ योजना शुरू की है। यह 240 मिनट (4घंटे) का ऑडियो कोर्स है। जिसे आशाएं अपने मोबाइल फोन से कभी भी पूरा कर सकती हैं। कोर्स में गर्भधारण से लेकर बच्चे के दो वर्ष तक की देखभाल की वैज्ञानिक जानकारी दी जाती है। इससे आशाओं की संवाद क्षमता और सेवा गुणवत्ता में सुधार होगा। जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर घटाने के राष्ट्रीय लक्ष्य में मदद मिलेगी। डॉ. दयाराम ने बताया कि सभी गर्भवती महिलाएं एएनसी रजिस्ट्रेशन के दौरान अपना सही मोबाइल नंबर दर्ज कराएं ताकि उन्हें इन सेवाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह पहल सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ बचपन की दिशा में बड़ा और सराहनीय कदम है।