फालाेअप : कन्हर नदी की लहरों में समा गई जिंदगी, मछली पकड़ने गया काशी भुइयां मिला मृत

बुधवार दोपहर करीब तीन बजे काशी मछली पकड़ने गया था, तभी उसे मिर्गी का दौरा पड़ा और वह नदी में गिर गया। तेज बहाव के कारण वह कुछ ही पलों में आंखों से ओझल हो गया। सूचना पर रामानुजगंज पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन अंधेरा होने के कारण सर्च अभियान रोकना पड़ा।

गुरुवार सुबह से सर्च ऑपरेशन फिर शुरू किया गया और शाम करीब 6 बजे एकलव्य विद्यालय के पीछे नदी किनारे काशी का शव बरामद हुआ, जो लगभग एक किलोमीटर दूर बहकर फंस गया था।

रामानुजगंज थाना प्रभारी अजय साहू ने बताया

कि, काशी भुइयां, वार्ड क्रमांक 14 निवासी, का शव एकलव्य विद्यालय के पीछे कन्हर नदी से बरामद किया गया है। शव को सुरक्षित मोर्चरी में रखवाया गया है। मर्ग कायम किया जा रहा है और शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

मंत्री नेताम पहुंचे कन्हर एनीकेट

घटना की गंभीरता को देखते हुए मंत्री रामविचार नेताम अपने रामानुजगंज प्रवास के दौरान कन्हर एनीकेट पहुंचे। उन्होंने नदी की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद वे परिजनों से भी मिले और शोक संवेदना व्यक्त की। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

लहरों की सुंदरता में छिपा खतरा

उल्लेखनीय है कि, कन्हर नदी की लहरें भले ही मनमोहक लगती हों, लेकिन उनकी गहराई में खतरा भी उतना ही गहरा है। काशी भुइयां की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्रकृति की लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। परिजनों समेत पूरे वार्ड में मातम पसरा है, परिजनों के चेहरे पर गहरा सन्नाटा है। मछली पकड़ने निकला युवक अब कभी घर नहीं लौटेगा। यह सोचकर पूरा मोहल्ला गम में डूबा है। काशी की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि नदी की सुंदरता के पीछे हमेशा सतर्कता की जिम्मेदारी छिपी होती है।