बारह घंटे से अधिक हुई बारिश से धान की फसल को नुकसान

धान के साथ दलहनी और तिलहनी फसलें तबाह

हमीरपुर, 30 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले मे गुरुवार को सुबह 5 बजे से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शाम 5 बजे तक जारी रहा। 12 घंटे तक बारिश से किसान कराह उठा है। बारिश से खेतों में खड़ी धान की फसल को करारा झटका लगा है। साथ ही रबी की हाल में बोई गई फसल में बिजमारी की आशंका बढ़ गई है।

मोथा तूफान का कहर गुरुवार को जमकर बरपा। तड़के 5 बजे से हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश शाम 5 बजे तक जारी थी। 12 घंटे की बारिश से सब कुछ तर बतर हो गया है। धान की फसल तेज हवाओं संग हुई बारिश से खेतों में बुरी तरह से पसर गई है। जिससे नुकसान की आशंका बढ़ गई है। साथ ही हाल ही में रबी में बोई गई मटर,मसूर, चना, सरसों की फसल में बीजमारी की आशंका पैदा हो गई है। इससे किसान परेशान है। किसान मानसिंह भदोरिया, उदयभान यादव,सुरेश कुमार, वरदानी सविता,राजू यादव आदि ने बताया कि बारिश से फायदा कम नुकसान की ज्यादा संभावना है। इस बार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। देश की सबसे महत्वपूर्ण फसल की बुआई के समय लगातार बारिश होने से प्रमुख खाद्यान फसल गेहूं और दलहन तिलहन की फसलों की बुआई काफी लेट हो गई थी लेकिन अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में हुई बारिश ने किसानों की बुआई की रही सही उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया।

इतना ही नहीं दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण खाद्यान फसल धान इस समय कुछ स्थानों पर कट कर खेतोँ में पडी हुई है और कुछ स्थानों पर कटने के लिए तैयार है। जो अब पूरी तरह से खराब होने की स्थिति में पहुंच गई है। जबकि मौसमी दशाओं के चलते अब किसान पूरी तरह से टूट चुका है और क्षेत्र की लगभग नब्बे प्रतिशत खेतीहर जमीन पानी से लबालब हो गई है जिसके चलते अभी लगभग दो सप्ताह बुआई की सम्भावना नहीं है। ऐसे में किसानों को अपना जीवन गुजारना मुश्किल हो सकता है। जिसके चलते किसान पलायन करने को मजबूर होगा।