मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नारायण लाल अग्रवाल व उपाध्यक्ष व संयोजक संजय पतंगवाला ने बताया कि महोत्सव के तहत सबसे पहले प्रथम पूज्य बंगाली बाबा व स्वयं आत्माराम जलेश्वर महादेव का आकर्षक श्रृंगार कर अन्नकूट प्रसादी का भोग लगाया गया। इसके बाद सबसे पहले विभिन्न मंदिरों के संत-महंतों ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की। इसके बाद देर रात तक दिल्ली रोड,आगरा रोड व जयपुर की विभिन्न काॅलोनियों के 25 हजार श्रद्धालु प्रथम पूज्य के जयकारों लगाते हुए टोलियों के रूप में प्रसादी ग्रहण के लिए पहुंच रहे। यह सिलसिला दोपहर से शुरू होकर देर रात्रि में जाकर थमा। इस दौरान 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर श्रद्धा भाव से प्रसादी ग्रहण की। इस दौरान करीब 350 के आसपास सेवादारों ने पंगत में बैठे श्रद्धालुओं को प्रसादी ग्रहण करवाई। इस दौरान आसपास का गाइये गणपति वंदन.जय बोलो गणेश जी की…बोलो अंजनी सुत की जय…जैसे भजनों व जयकारों की मधुर स्वर लहरियों से आसपास का क्षेत्र गुंजायमान हो उठा।
उन्होंने बताया कि पंगत प्रसादी में 700 किलो चावल,500 किलो मूंग,500 किलो चौले,500 किलो, बाजरा,6 हजार किलो सब्जी व 1500 किलो आटे की सामग्री काम में ली गई। इस प्रसाद को करीब 150 कारीगरों ने तैयार किया।
श्री सरस निकुंज में पारंपरिक अन्नकूट महोत्सव मनाया
सुभाष चौक पांनो का दरीबा स्थित श्री शुक सम्प्रदाय आचार्य पीठ “श्री सरस निकुंज” में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन हुआ । इससे पूर्व दोपहर मे श्री शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुर जी को पद गायन से रिझाया । श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि इस अवसर पर श्री ठाकुर श्री राधा सरस विहारी जी और पूर्ववर्ती आचार्य को मूंग, मोठ, चोला, चावल, बाजरा, मिक्स सब्जी, पूरी सहित विविध मोटे अनाजों से बने व्यंजनों का भोग लगाया । ठाकुर जी को सकरी और अन सकरी यानी कच्ची पक्की भोग सामग्री, शारदीय व्यंजन तथा ऋतु फलों का भी भोग लगाया । श्रद्धालुओं को पंगत में बैठाकर प्रसादी ग्रहण कराई । सरस निकुंज परिसर को फूलों और बंदरवाल से सजाया गया।
चिंताहरण काले हनुमान मंदिर में अन्नकूट महोत्सव में लगाया शारदीय व्यंजनों का भोग
न्यू सांगानेर रोड पटेल मार्ग मानसरोवर के श्री चिंता हरण काले हनुमान मंदिर में महामंडलेश्वर मनोहर दास महाराज के सानिध्य में पारंपरिक अन्नकूट महोत्सव मनाया गया। रविवार की प्रातः हनुमान जी महाराज का विभिन्न औषधीय के जल से स्नान करा कर नवीन चोला धारण करवाया गया। हनुमान जी की भव्य श्रृंगार और छप्पन भोग की झांकी सजाकर अन्नकूट और शारदीय व्यंजनों का भोग लगाया । मूंग, मोठ, चोला, चावल, बाजरा,मिक्स सब्जी,पूरी सहित विविध मोटे अनाजों से बने व्यंजनों का भोग लगाया गया। ठाकुर जी को सकरी और अन सकरी यानी कच्ची पक्की भोग सामग्री, शारदीय व्यंजन और ऋतु फलों का भी भोग लगाया । इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में सुंदरकांड के पाठों का आयोजन हुआ हनुमान जी की महाआरती के पश्चात हजारों भक्तों ने पंगत प्रसादी ग्रहण की । मंदिर परिसर को फूल मालाओं बंदरवाल रंगीन रोशनी से सजाया गया।
इच्छापूर्ण महालेश्वर महादेव मंदिर में हुआ अन्नकूट महोत्सव का आयोजन
सोडाला रामनगर कटारिया मार्ग स्थित इच्छापूर्ण महालेश्वर महादेव मंदिर में अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन हर वर्ष दीपावली के पश्चात् भगवान महादेव को अन्नकूट का भोग अर्पित करने की परंपरा के तहत किया गया।
आयोजक कर्ता और समाजसेवी राहुल सैनी ने बताया कि महोत्सव का आरंभ रविवार की प्रातः कालीन पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक से हुआ। इसके बाद विभिन्न प्रकार के व्यंजन जिसमें मूंग, मोठ, चौंला, चावल, बाजरा, गड़मड़ सब्जी, पूरी सहित अनेक शारदीय व्यंजनों का भोग तैयार कर भगवान महादेव को अर्पित किए गए। साथ ही सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया।