कार्यक्रम की शुरुआत में पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई, जिसमें सभी महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर सहभागिता की। इस मौके पर आईएएस, आईपीएस और आईएफएस एसोसिएशन की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
राज्यपाल की पत्नी गुरमीत कौर ने सभी उपस्थित महिलाओं का स्वागत करते हुए करवा चौथ पर्व के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह पर्व नारी की श्रद्धा, प्रेम, समर्पण और त्याग का प्रतीक है, जो पारिवारिक जीवन के बंधनों को और सशक्त बनाता है। यह परंपरा हमें परिवार और रिश्तों की अहमियत को स्मरण कराती है तथा परस्पर सम्मान और एकता के संदेश को प्रबल करती है।
उन्होंने राज्य में महिला अधिकारियों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि वे न केवल अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारियों का उत्कृष्ट निर्वहन कर रही हैं, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भी प्रेरणास्रोत बन रही हैं। उनके समर्पण और दक्षता से राज्य के सर्वांगीण विकास में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।