रोशन पटेल ने रविवार को अपने आवास पर बताया कि भोजन बर्बाद करने से रोकने के लिए रोटी बैंक एक माध्यम है। बीते दिन शशांक भैया के घर में प्रोग्राम था और उनके यहां लगभग 50 लोगों का फ्रेश साफ भोजन बच गया। शशांक भैया ने रोटी बैंक से संपर्क किया और भोजन को पैक करके पहुंचाया। जिसे बीती रात 11 बजे के करीब काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अस्पताल प्रांगण में पहुंचकर वितरित किया गया। जिसे जरूरतमंद लोगों ने पंक्तिबद्ध होकर प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि शहर के ऐसे लोग जो अपने परिवारों में बड़े-बड़े आयोजन करते हैं और जहां पर भोजन बचता है, उनके यहां से भी पैक भोजन आने पर वह वितरित करा देते हैं। इसके अलावा रोटी बैंक अपने प्रतिदिन के कार्य में लोगों के लिए भोजन मुहैय्या कराती है। प्रतिदिन बनने वाली रोटी वितरित करने के लिए वैन निकलती है। दाल या सब्जी के साथ रोटी वितरित कर वापस आती है। इस वितरण में उनके कई साथी सहयोग करते हैं।