एसडीएम सदर ने लेखपालों को दिए सख्त निर्देश, आवेदकों को समय पर मिले सभी सेवाओं का लाभ

उन्होंने कहा कि फॉर्मर रजिस्ट्री, ई-खसरा पड़ताल, आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र, बरसात राहत कार्य, कन्या सुमंगला योजना और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी रिपोर्टें निर्धारित समयावधि में अनिवार्य रूप से अपलोड की जाएं। कोई भी लेखपाल आवेदक के आने की प्रतीक्षा न करे, बल्कि अपने क्षेत्र से संबंधित सभी लंबित आवेदनों की रिपोर्ट स्वयं पहल कर लगाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी और जिम्मेदारी से करे ताकि जनता का विश्वास प्रशासन पर बना रहे।

एसडीएम दीपक गुप्ता ने विशेष रूप से कृषक दुर्घटना बीमा योजना पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि सभी लेखपाल पात्र किसानों की रिपोर्ट सटीकता के साथ दें। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की मृत्यु दुर्घटना से हुई हो, ऐसे मामलों को प्राथमिकता से जांचकर जिला स्तरीय समिति को भेजा जाए ताकि पात्रों को शीघ्र लाभ मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।

इसके अलावा एसडीएम ने शहरी क्षेत्र के लेखपालों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में डेढ़ एकड़ सरकारी भूमि चिह्नित कर उपलब्ध कराएं, ताकि उस भूमि पर विकास से जुड़े कार्य कराए जा सकें। उन्होंने कहा कि शहर के विस्तार और सार्वजनिक उपयोग के लिए उपयुक्त सरकारी जमीनों का चिन्हांकन बेहद आवश्यक है।

अंत में एसडीएम दीपक गुप्ता ने कहा कि राजस्व विभाग सरकार और जनता के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है, इसलिए कार्य में पारदर्शिता और तत्परता अनिवार्य है। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान समयबद्धता, संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ किया जाए, यही एक कुशल प्रशासन की पहचान है। बैठक में डिप्टी कलेक्टर / तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह नायब तहसीलदार गण देवेन्द्र यादव अरविंद नाथ पांडेय आकांक्षा पासवान नीरू सिंह राकेश कुमार शुक्ला कानूनगो लेखपाल मौजूद रहे।