खेल हमें देता है जीवन को अनुशासित होकर जीने की प्रेरणाः मंत्री उदय प्रताप सिंह

भोपाल, 17 अक्टूबर । मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि खेल में अनुशासन होता है, हार- जीत होती है और खेल से ही हमें अपने जीवन को अनुशासित होकर जीने की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में खेलों को प्राथमिकता दी है, स्पेस प्रोग्राम बढ़ाएं हैं, सैनिक अभियान चलाए हैं, चिकित्सा सुविधा बढ़ाई है, शिक्षा व्यवस्था बेहतर किया है, अर्थ व्यवस्था में सुधार सहित विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं। जिससे भारत देश विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है।

मंत्री उदय प्रताप सिंह शुक्रवार को नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में आयोजित 69 वीं राज्य स्तरीय शालेय व्हालीबॉल क्रीड़ा प्रतियोगिता 2025- 26 के समापन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, कलेक्टर रजनी सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश मीणा, रामसनेही पाठक सहित विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

मंत्री उदय प्रताप सिंह ने 69 वीं राज्य स्तरीय शालेय व्हालीबॉल क्रीड़ा प्रतियोगिता में विभिन्न संभागों के पहुंचे सभी खिलाड़ियों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस अवसर पर विजेता और उप विजेता टीम सहित उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मंत्री द्वय को एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा भेंट किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि खेल में अनुशासन होता है, जो हमारे जीवन के लिए भी आवश्यक है। अनुशासित व्यक्ति ही खेल प्रतियोगिता, समाज सेवा, शासकीय सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़कर देश सेवा का काम करता है। हम सभी को अपने माता- पिता व गुरूजनों से शिक्षा व मार्गदर्शन जरूर लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के साथ- साथ हम खेल प्रतियोगिता के माध्यम से भी अपना बेहतर भविष्य बना सकते हैं। खेल को अपने जीवन का आधार बनाकर इससे अपनी पहचान, संपन्नता और धन कमा सकते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में हम शिक्षा व विभिन्न खेलों के क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं। मंत्री सिंह ने कहा कि आप लोग लगातार मेहनत करें और आगे बढ़ें। हारे हुए खिलाड़ी निराश न हो। हार ही जीत की पहली सीढ़ी होती है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को सच्चे मनोयोग व संकल्प के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि नरसिंहपुर जिले में गाडरवारा धार्मिंक आस्था का केन्द्र है। आचार्य ओशो रजनीश की प्रारंभिक शिक्षा गाडरवारा में हुई थी। आचार्य रजनीश ने आगे चलकर दार्शनिक और आध्यात्मिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश से पहुंचे सभी खिलाड़ी आचार्य रजनीश जी की प्राथमिक शिक्षा प्राप्त विद्यालय का भ्रमण जरूर करें।

राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि जिस व्यक्ति में जीत की ललक होगी वह व्यक्ति परिश्रम करता है और आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का जन्म और मृत्यु पर वश नहीं है, किंतु जीवन हमारा कैसा रहेगा, इस पर हर व्यक्ति का वश है। जीवन हमें कैसा जीना है, यह हमारी सोच पर निर्भर है। गीता में लिखा है कि हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं। अपने मन को एकाग्र कर लक्ष्य पर केन्द्रित करें। इससे सफलता जरूर मिलती है। राज्यमंत्री पटेल ने कार्यक्रम में भगवान श्री राम की वानर सेना के परिश्रम और रणनीति के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि खेल में अनुशासन का होना जरूरी होता है। खेल हमेशा खेल भावना के साथ ही खेलना चाहिए। हार होने पर ज्यादा हताश नहीं होना चाहिए, क्योंकि आपका अगला प्रयास आपको जीत दिला सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी सफलता पर माता- पिता, शिक्षक व कोच का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एक साधारण परिवार से थे, जो अपने परिश्रम से आगे बढ़कर प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने बचपन के जीवन में गरीबी देखी है, लेकिन वे इससे विचलित नहीं हुए और परिश्रम कर आगे बढ़ते हुए आज देश का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को पूरा करते हुए भारत देश वर्ष 2047 तक विकसित भारत जरूर बनेगा। राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि महान दार्शनिक आचार्य ओशो रजनीश की शिक्षा का केन्द्र गाडरवारा की इस धरती को मैं नमन करता हूं। कार्यक्रम को कलेक्टर रजनी सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष रामसनेही पाठक ने भी संबोधित किया।