आदिवासी हूंकार महारैली में शामिल होंगे हजारों लोग : डब्लू

बैठक में कुर्सी (कुड़मी) समाज को आदिवासी सूची में शामिल करने के प्रस्ताव का विरोध किया गया। इसके साथ ही आगामी 17 अक्टूबर को धुर्वा स्थित जगन्‍नाथ मैदान (प्रभात तारा) में होने वाली आदिवासी हूंकार महारैली को पूर्ण समर्थन देने का निर्णय लिया गया।

इस अवसर पर अध्यक्ष डब्लू मुंंडा ने कहा कि कुड़मी समुदाय बिहार, बंगाल, गुजरात और महाराष्ट्र से प्रवास कर झारखंड आए हैं और अब झारखंड के आदिवासियों के अधिकारों पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। इसे आदिवासी समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष शशि मुण्डा ने कहा कि कुड़मी समाज आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त है, ऐसे में उन्हें आदिवासी सूची में शामिल करना वास्तविक आदिवासियों के अस्तित्व पर संकट होगा।

महिला मोर्चा की आशा देवी ने कहा कि कुड़मी समाज का रहन-सहन, पूजा-पद्धति और परंपरा आदिवासियों से पूरी तरह अलग है।

बैठक में मुख्य रूप से अतिथि के रूप में लक्ष्मीनारायण मुण्डा, मधुबाला सांगा, राजेश लकड़ा, रंजीत टोप्पो, लखन मुण्डा, दीपू मुण्डा, अर्जुन गाड़ी, सतिश खलखो सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे।