यह स्थल पौराणिक खगोलीय घटनाओं की जानकारी और अध्ययन के लिए विख्यात है एवं राज्य में पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मंत्री ने भ्रमण के दौरान कहा कि इस ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने संबंधित विभागों को इस स्थल के संरक्षण, सौंदर्यीकरण और पर्यटकों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं विकसित करने के लिए आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि ऐसे प्राचीन स्थलों का संरक्षण और संवर्धन न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि स्थानीय रोजगार सृजन में भी सहायक सिद्ध होगा।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।