भोपाल, 3 जनवरी (हि.स.)। मध्यप्रदेश में ट्रक और बसों के ड्राइवर्स की हड़ताल मंगलवार रात को खत्म कर दी गई है। बुधवार सुबह से यात्री बस, स्कूल बस और ट्रक सड़कों पर दौड़ने लगे। इंटर स्टेट बसों का संचालन भी होने लगा। दूध और फल-सब्जियों की सप्लाई आम दिनों की तरह सामान्य हो गई तथा स्कूल बसें भी चलने लगी हैं।
केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद मंगलवार रात को ड्राइवरों की हड़ताल समाप्त हो गई। राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह करीब चार बजे से ड्राइवरों ने भोपाल से अन्य जिलों में जाने वाली बसों को निकालना शुरू कर दिया। ट्रक और लोडिंग वाहन चलने से मंडियों में फल-सब्जियों की आवक सामान्य दिनों की तरह ही रही। भोपाल की मंडी में बुधवार तड़के करीब तीन बजे से भोपाल और अन्य जिलों से सब्जियों की छोटी-बड़ी गाड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह 5:00 बजे से ही कई स्कूल बसें सड़कों पर दिखने लगी थीं। एक बस ड्राइवर से बताया कि मंगलवार रात करीब 10:30 बजे हड़ताल खत्म हुई है। सुबह से ही सांची और अमूल के अलावा अन्य ब्रांड के दूध सप्लाई की स्थिति भी सामान्य नजर आ रही है। पेट्रोल पंपों पर लगने वाली भीड़ भी अब खत्म हो चुकी है।
इंदौर में भी स्कूल और यात्री बसों का संचालन शुरू हो गया। मालवाहक वाहनों के ड्राइवर भी काम पर लौट आए। इससे सभी जरूरी चीजों की आपूर्ति सामान्य हो गई। जबलपुर में भी बस चालक संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि हड़ताल खत्म हो गई है, ड्राइवर अभी से बसों के स्टीयरिंग संभाल रहे हैं।
इससे पहले ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की परिवहन समिति ने ड्राइवरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की थी। समिति और इंदौर ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा कि नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से मीटिंग की। उन्होंने कहा कि नया कानून अभी लागू नहीं हुआ है। कानून लागू करने से पहले समिति के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी, उसके बाद ही कोई निर्णय होगा।