आज शहीद भगत सिंह का जन्मदिन, व्यापारी संगठनों ने प्रतिमा स्थल पर भरी हाजिरी

### शहीद भगत सिंह की प्रतिमा की देखभाल में व्यापारियों का योगदान

**जालंधर ने 28 सितंबर 1907 को इंकलाबी भगत सिंह के जन्मदिवस की स्मृति में एक महत्वपूर्ण पहल की है।** व्यापारियों का संगठन पिछले 11 महीने से शहीद-ए-आजम भगत सिंह चौक में स्थापित उनकी प्रतिमा की सफाई और देखभाल कर रहा है। यह प्रक्रिया केवल प्रतिमा की सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देशभक्ति का संदेश फैलाने का माध्यम भी है। उन्होंने प्रतिमा पर नियमित रूप से फूल मालाएं अर्पित कर रहे हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि भगत सिंह का योगदान और बलिदान हर भारतीय के दिल में गहराई से बसा हुआ है।

जालंधर की सिटी में कई महान हस्तियों की प्रतिमाएं चौराहों पर स्थित हैं, लेकिन निगम की उदासीनता के चलते उनका उचित देखभाल नहीं हो रहा था। इस स्थिति को देखते हुए व्यापारियों ने मिलकर शहीद भगत सिंह चौक में सफाई अभियान शुरू किया और इस सेवा को नियमित बना दिया। उन्होंने वीरवार को भी इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सफाई कार्य किया। व्यापारी नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनका यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक राज्य सरकार इस मामले में सक्रिय कदम नहीं उठाती।

बता दें कि यह सफाई अभियान पिछले साल 27 अक्टूबर को शुरू हुआ था। तब व्यापारियों को जब भगत सिंह की प्रतिमा की खराब स्थिति का सामना करना पड़ा, तब उन्होंने इसे सुधारने का संकल्प लिया। प्रमुख व्यापारी नेता, जैसे कि रविंद्र धीर और बलजीत सिंह अहलूवालिया, ने मिलकर यह निर्णय लिया कि जब तक राज्य सरकार शहीद स्मारक स्थलों की देखभाल की जिम्मेदारी नहीं लेती, तब तक यह अभियान जारी रहेगा।

**रविंद्र धीर ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि वर्तमान राज्य सरकार ने भगत सिंह का नारा लगाकर सत्ता में आने का प्रयास किया, लेकिन अब तक शहीद स्मारकों की बुरी हालत पर ध्यान नहीं दिया गया है।** इस कारण, उन्होंने सरकार से तुरंत प्रभावी आदेश जारी करने के लिए आग्रह किया। व्यापारी नेताओं का मानना है कि शहीद भगत सिंह का जीवन और उनके बलिदान भारतीय संस्कृति में अनमोल हैं।

इस अवसर पर व्यापारियों ने “अमर शहीद भगत सिंह अमर रहे” के नारों के साथ प्रतिमा स्थल की सफाई की और उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस कार्य में कई प्रमुख कारोबारी शामिल हुए, जिसमें प्रवीण आनंद, रमेश आनंद, राजिंदर चतरथ, और कई अन्य नेता शामिल थे। यह समर्पण न केवल भगत सिंह के प्रति श्रद्धांजलि है, बल्कि यह युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी है कि वे अपने देश के महान नेताओं और विभूतियों की सदा सम्मान करें।

इस प्रकार, जालंधर के व्यापारी संगठन ने यह साबित कर दिया है कि वे अपने समाज और देश के प्रति कितने चिंतित हैं। उनकी पहल से यह संदेश स्पष्ट है कि हम सभी को अपने आसपास के स्मारकों और उनकी देखभाल के प्रति जागरूक रहना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह धरोहर बनी रहे।