अबोहर में अपराध निरोधक इकाई (CIA स्टाफ) ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए लॉरेंस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों के पास से 4 पिस्तौल और 6 जीवित कारतूस बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान गांव पंजकोसी के रहने वाले शीशपाल और भीमसैन उर्फ भीम गोदारा के रूप में हुई है। उन्हें कानून के विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और अब पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, CIA स्टाफ फाजिल्का रोड बाईपास पर गश्त कर रहा था। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि ये दोनों आरोपी पंजाब के विभिन्न हिस्सों में नाजायज हथियारों की तस्करी कर रहे हैं। बताया गया कि ये युवक पंजकोसी से किल्लियांवाली रोड के रास्ते अबोहर की ओर आ रहे हैं। सूचना के आधार पर, पुलिस ने त्वरित नाकाबंदी की और आरोपियों को पकड़ने में सफल रही।
जब पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली, तो उनके पास से 32 बोर के चार देसी पिस्तौल और 6 जीवित कारतूस बरामद हुए। इस सर्दियों का मामला असलहा अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों का संबंध लॉरेंस गैंग से है, जिसमें वे लॉरेंस के भाई अनमोल के संपर्क में रहने का दावा करते हैं।
इसके अलावा, जांच के दौरान यह पता चला कि इन दोनों युवकों पर पहले से ही पेट्रोल पंप पर डकैती और लूटपाट के मामलों में भी आरोप हैं, जिनमें थाना खुईयां सरवर और राजस्थान के रायसिंह नगर में मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कहा कि इन आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि इस पूरे नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारियों में सहायता मिल सके।
यह घटना सुरक्षा बलों की सतर्कता और तस्करी की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने अपील की है कि स्थानीय नागरिकों को ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना शीघ्रता से पुलिस को देनी चाहिए। इस तरह की सूचनाओं से अपराधियों पर नकेल कसने में मदद मिलती है और समाज में सुरक्षा का माहौल कायम किया जा सकता है।
अबोहर में हुई इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस स्पष्ट निर्देशों के तहत काम कर रही है और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तत्पर है। आगे की कार्रवाई में पुलिस की नजर न केवल इन आरोपियों पर होगी, बल्कि इसके पीछे के बड़े नेटवर्क के असली चेहरे को बेनकाब करने पर भी होगी।