अबोहर के मौजगढ़ गांव में एक युवक ने गंभीर स्थिति में आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। युवक, जिसकी पहचान वरिन्द्र उर्फ पिंटू के नाम से हुई है, ने गांव के वाटर वर्क्स डिग्गी में कूदकर जान दी। घटना की जानकारी मिलते ही गोताखोरों को बुलाया गया, जिन्होंने शनिवार देर शाम युवक का शव बरामद किया। इस घटना ने गांव में शोक की लहर फैला दी है और स्थानीय लोगों के बीच इसे लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, यह घटना तब सामने आई जब कुछ ग्रामीणों ने पिंटू को डिग्गी में डूबते हुए देखा और तुरंत उसकी परिजनों व पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही खुईयां सरवर थाना के एएसआई भगवान सिंह अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने गोताखोरों की टीम की मदद से युवक की तलाश शुरू की। एएसआई ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पिंटू ने आत्महत्या के इरादे से डिग्गी में कूद गया था। इसके बाद तत्परता से कार्यवाही करते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए गए।
पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंच कर आवश्यक जांच शुरू की। घटना की संवेदनशीलता को समझते हुए स्थानिय नरसेवा नारायण सेवा समिति के सदस्यों, बिट्टू नरूला और सोनू ग्रोवर ने मृतक के शव को अबोहर के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाने का कार्य किया। यह जानकारी मिली है कि वरिन्द्र खेती-बाड़ी का काम करता था और वह अपने परिवार में दो भाइयों में छोटा था। परिवार के लिए इस घटना को समझना और स्वीकार करना अत्यंत कठिन साबित हो रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिंटू का व्यवहार पिछले कुछ समय से चिंताजनक था, लेकिन किसी ने भी उसकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया। आत्महत्या की यह घटना मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता को उजागर करती है। समाज में ऐसे मामलों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने और लोगों को एक-दूसरे की मदद करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।
गांव में इस घटना से सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग एकत्र होकर इस घटना की चर्चा कर रहे हैं। पुलिस ने भी मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है ताकि यह समझा जा सके कि आखिर इस आत्मघाती कदम के पीछे का कारण क्या हो सकता है। ऐसी घटनाएं न केवल परिवारों को दुखी करती हैं, बल्कि पूरे समुदाय को प्रभावित करती हैं। सभी को इस दिशा में सोचने और मदद के लिए आगे आने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।